नैनीताल में राष्ट्रीय स्तर पर कुमाऊनी भाषा का आयोजित हुआ सम्मेलन…

रिपोर्ट – कान्ता पाल

लोकेशन – नैनीताल

 

भीमताल के नौकुचियाताल में राष्ट्रीय स्तर पर कुमाऊनी भाषा सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें विभिन्न राज्यों से आए 27 साहित्यकारों ने कुमाऊनी भाषा को बचाने और इसके प्रचार प्रसार पर गहन मंथन किया।

 

 

 

संयोजक डॉ हयाद सिंह रावत ने कहा पहाड़ की पहचान कुमाऊनी भाषा से है लेकिन धीरे धीरे पहाड़ के लोग ही इससे दूर होते जा रहे है। अगर कुमाऊनी भाषा को नही बचाया गया तो एक दिन युवा पीढ़ी कुमाऊनी भाषा का अस्तित्व तक नही पहचान पाएगी।

 

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साहित्यकारों ने राज्य सरकार से पहाड़ की पहचान कुमाऊनी भाषा को जीवित रखने के लिए सहयोग करने की मांग की है। साहित्यकारों ने कहा हमें हिंदी अंग्रेजी के साथ कुमाऊनी भाषा को भी महत्त्व देने के साथ लोगों को जुड़ना होगा ताकि पहाड़ की भाषा का अस्तित्व बचा रहे।

 

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