उत्तराखंड की राजनीति में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। अनन-फानन में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत दिल्ली पहुंचे हैं। यहां उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। ये मुलाकात करीब आधे घंटे तक चली है। इससे पहले उनकी गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की । मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलना हुआ और आगामी चुनाव को लेकर बातचीत हुई है। हमें किस तरह विकास करना है और केंद्र की योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए बहुत सारे काम हम लोग किए हैं, उनको जनता तक ले जाने की बात हुई।

आगे उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर बातचीत हुई कि कैसी तैयारियां हैं, क्या करना है। विपक्ष जनता के सामने कहीं है नहीं। केंद्र जो तय करेगा और जो रणनीति हमारे सामने रखेगा उस रणनीति को लेकर हम आगे बढ़ेंगे, काम करेंगे।
बता दें कि इसी साल मार्च में तीरथ रावत मुख्यमंत्री बनाये गये थे। तब त्रिवेंद्र सिंह रावत को परफॉरमेंस के आधार पर हटाया गया था। अब तीरथ रावत अगर हटते हैं तो फिर क्या वजह हो सकती है उसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। ऐसी चर्चा है कि अगले साल शुरुआत में होने वाले चुनाव में बीजेपी तीरथ के नेतृत्व में लड़ने का शायद रिस्क नहीं लेना चाहती क्योंकि फीड बैक शायद पक्ष में नहीं है। इसके लिए जो आधार सार्वजनिक तौर पर बन सकता है वो है विधानसभा की सदस्यता का. तीरथ सिंह रावत अभी विधानसभा के सदस्य नहीं हैं और सीएम बने रहने के लिए उन्हें 10 सितंबर तक विधायक बनना होगा।