डरावनी गुफाओं का लेना है मजा तो आए यहां

पुणे से 45 किमी दूर कामशेत महाराष्ट्र का एक खूबसूरत स्थल है, जो अपने छोटे-छोटे गांवों, ग्रामीण परिवेश और एडवेंचर गतिविधियों के लिए जाना जाता है। यहां का मौसम राज्य के अन्य स्थलों की तुलना में  काफी भिन्न है, ठंडे अर्द्ध शुष्क जलवायु के साथ यहां तापमान 20 डिग्री से लेकर 26 डिग्री के बीच ही रहता है। यहां के गांवों में आज भी घर मिट्टी-गारे का इस्तेमाल कर परंपरागत शैली में बनाए जाते हैं। कामशेत के लोगों को कर्मठ और ईमानदार कहा जाता है।

डरावनी गुफाओं

यहां का शांत ग्रामीण परिवेश सैलानियों को बहुत ही ज्यादा प्रभावित करता है। इसके अलावा यहां आप रोमांचक एडवेंचर गतिविधियों का भी आनंद ले सकते हैं। अगर आप इन गर्मियों कुछ अलग अनुभव लेने के की सोच रहे हैं तो यहां का भ्रमण कर सकते हैं। इस खास लेख में जानिए कामशेत और उसके आसपास के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के बारे में।

शिंदे वाडी हिल्स

कामशेत अपने पैराग्लाइडिंग अनुभवों के लिए सबसे अच्छा प्रसिद्ध है। इसलिए इसे पैराग्लाइडरों का स्वर्ग भी कहा जाता हैं। यहां कई पैराग्लाइडिंग स्कूल भी मौजूद हैं जिनकी मदद इस रोमांचक ए़डवेंचर को सीखा जा सकता है। यहां शिंदे वाडी हिल्स अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के साथ पैराग्लाइडिंग के लिए सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। जमीन से 100-200 फीट की ऊंचाई होने के कारण इसे पैराग्लाइडिंग नौसिखियों के लिए आदर्श स्थान माना जाता है।

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पावना झील

शिंदे वाडी हिल्स के अलावा आप यहां की प्रसिद्ध पावना झील की सैर का आनंद ले सकते हैं। पावना झील एक कृत्रिम झील है जो पवना बांध द्वारा बनाई गई है। इस झील के पास तीन किले मौजूद हैं, लोहगाद, तिकोना और तुंगी किला, जहां की सैर आप पवना झील भ्रमण के साथ कर सकते हैं। यह झील नागंज और राजमाची के भी नजदीक है। पावना झील के आप कई आकर्षणों को देख सकते हैं। सूर्यास्त के दौरान झील का दृश्य देखने लायक होता है।

कोंडेश्वर मंदिर

प्राकृतिक स्थलों के अलावा आप यहां के धार्मिक स्थलों की सैर का भी आनंद ले सकते हैं। आप यहां भगवान शिव को समर्पित कोंडेश्वर मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। यह एक प्राचीन हाथी मंदिर है जो बहुत घने जंगलों के बीच में मौजूद है। मंदिर के निर्माण में काले पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है, मंदिर की वास्तुकला माडपंथी शैली का प्रतिनिधित्व करती है। लोगों को सलाह दी जाती है कि मानसून के दौरान इस मंदिर की यात्रा न करें क्योंकि यहां का इलाका चट्टानों से भरा है, जिससे दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। महाशिवरात्री का त्योहार यहां बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसके अलावा मंदिर में श्री खतेश्वर महाराज समाधि, एक तालाब और पास के इलाके में एक खूबसूरत झरना भी है।

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भैरी गुफाएं

अगर आप प्राकृतिक सौंदर्यता के साथ थोड़ा रोमांच चाह रहे हैं तो आप यहां की भैरी गुफाओं की सैर का प्लान बना सकते हैं। भैरी गुफाएं कामशेत के ऊंचे चट्टानों पर स्थित हैं। माना जाता है कि यहां आज भी पशु बलि दी जाती है। यहां लोगों के पास भोजन पकाने वाले ढरो बर्तन हैं, स्थानीय लोगों के अनुसार, यदि कोई भी उन्हें चोरी करने की कोशिश करता है, तो उनका अपना भगवान उन्हें दंडित करता है। गुफाओं तक ट्रेकिंग के द्वारा पहुंचा जा सकता है।

बेडसे गुफाएं

बेडसे गुफाएं महाराष्ट्र की सबसे पुरानी गुफाओं में से एक हैं, जो 60 ईसा पूर्व से संबध रखती हैं। हालांकि ये गुफाएं कामशेत से बहुत दूर हैं, लेकिन यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। ये गुफाएं एक मैली पहाड़ी स्थान पर स्थित हैं। यहां 4 पच्चीस फीट ऊंचे खंभे मौजूद हैं। बेडसे गुफाएं अपनी अद्भुत नक्काशी के लिए जानी जाती है। ये गुफाएं बौद्ध धर्म का प्रतिनिधित्व करती हैं। यहां की सबसे प्रसिद्ध चैत्य गुफा है जहां एक विशाल स्तूप रखा हुआ है।

 

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