ये दुनिया को भगवान ने बनाया हैं और इंसानों ने इस दुनिया में रहने वाले नियम । वहीं देखा जाए तो धरती में ऐसी भी जगह हैं जो नो मेन्स की श्रेणी में आती हैं।लेकिन वहीं उस जगह पर किसी देश के नगरक का कोई अधिकार नहीं हैं।
देखा जाए तो उस जगह पर कोई भी कानूनी दावा कर सकता है। जहां अफ्रीका में भी एक ऐसी ही जगह है, जिसपर किसी भी देश का अधिकार नहीं है और ना ही कोई देश उसपर अपना अधिकार चाहता है।
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बतादें की इस जगह का नाम है बीर ताविल। वहीं 2,060 वर्ग किलोमीटर में फैला यह इलाका मिस्र और सूडान की सीमाओं के बीच है। जहां 20वीं सदी की शुरुआत में यह इलाका तब अस्तित्व में आया था, जब मिस्र और सूडान ने अपनी सीमाएं कुछ इस तरह से बनाईं थी कि ये इलाका दोनों देशों में से किसी का भी नहीं रहा।
बीर ताविल एक सूखाग्रस्त इलाका है और यहां की जमीन बंजर है, जिसपर कुछ भी उगाना लोहे के चने चबाने के समान है। यही वजह है कि इस जगह पर कोई भी अपना दावा नहीं करना चाहता। हालांकि इस इलाके ने कई लोगों को अपनी तरफ आकर्षित जरूर किया है।
दरअसल साल 2014 में अमेरिका के वर्जीनिया के एक किसान ने बीर ताविल में एक झंडा लगा कर खुद को ‘उत्तरी सूडान के राज्य’ का गवर्नर घोषित किया था। दरअसल, वो चाहते थे कि उनकी बेटी राजकुमारी बने। इसके बाद साल 2017 में एक भारतीय ने इस जगह को अपना देश घोषित किया था और उसका नाम दिया था ‘किंगडम ऑफ दीक्षित’।