पीएम मोदी समेत दिग्गज कंपनियों के लिए ‘जानलेवा’ बना ब्लू व्हेल, अब हाईकोर्ट खेलेगा जवाबी गेम

जानलेवा ब्लू व्हेल गेमनई दिल्ली। पिछले कुछ महीने से दुनियाभर के अभिभावकों के लिए परेशानी का सबब बने जानलेवा ब्लू व्हेल गेम को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने कड़ा रुख अपना लिया है। इस गेम के कारण लगातार हो रही मौंतो पर कोर्ट ने कड़ा कदम उठाते हुए दिग्गज टेक कंपनियों के साथ साथ केंद्र सरकार को शो कॉज नोटिस जारी किया है।

कोर्ट ने जिन कंपनियों को अपनी रडार पर रखा है उनमें फेसबुक, गूगल और याहू शामिल हैं। इस मामले में 19 सितबंर को होने वाली अगली सुनवाई में कोर्ट ने गूगल, याहू और फेसबुक से इस बात को लेकर जवाब मांगा है कि उन्होंने जानलेवा ब्लू व्हेल गेम को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं।

यह भी पढ़ें : तीन तलाक पर रोक के बाद जिलानी का सवाल, शरिया मानने वाली महिलाओं का क्या होगा?

वहीं इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार ने मंगलवार को उच्च न्यायालय को बताया कि आईटी एक्ट के सेक्शन 79 के अनुसार 11 अगस्त को ही फेसबुक, याहू और गूगल को नोटिस भेजी जा चुकी है।

गौरतलब हो कि केंद्र सरकार ने इस जानलेवा गेम को गंभीरता से लेते हुए पहले ही फेसबुक, गूगल, व्हाट्सऐप, माइक्रोसॉफ्ट, इंस्टाग्राम और याहू जैसी दिग्गज टेक कंपनियों को आदेश जारी करते हुए कहा था कि वे ऑनलाइन ब्लू व्हेल चैलेंज गेम के लिंक को तत्काल प्रभाव से हटाएं।

यह भी पढ़ें : पहली बार पीएम मोदी के साथ आए ओवैसी, कहा- तीन तलाक पर बदलाव जरूरी

बतातें चलें कि ऑनलाइन ब्लू व्हेल चैलेंज गेम की वजह से पिछले कुछ दिनों में ही काफी बच्चों ने खुदकुशी कर ली थी। जिसको लेकर ही केंद्र सरकार और हाई कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाते हुए इन सभी टेक कंपनियों को नोटिस जारी किया है। इन कंपनियों को यह लेटर लॉ एंड आईटी मिनिस्टर रवि शंकर प्रसाद के कड़े निर्देशों के बाद जारी किया गया था।

वहीं इसके साथ ही साथ महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने भी गृह मंत्री और आईटी मंत्री को पत्र लिखकर सोशल मीडिया से इस चैलेंज को हटाने की अपील की थी।

LIVE TV