
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के अखल देवसर इलाके में तीसरे दिन भी सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी रही। इस अभियान में अब तक तीन आतंकवादी मारे जा चुके हैं, जिनमें से एक की पहचान लश्कर-ए-ताइबा के सी-श्रेणी के आतंकी हारिस नजीर के रूप में हुई है।

यह ऑपरेशन, जिसे ‘ऑपरेशन अखल’ नाम दिया गया है, इस साल का सबसे बड़ा सैन्य अभियान माना जा रहा है। शनिवार को दो आतंकी ढेर किए गए थे, जबकि रविवार को तीसरे आतंकी को मार गिराया गया। एक सैन्य अधिकारी के घायल होने की भी खबर है, जिन्हें श्रीनगर के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ऑपरेशन का विवरण
शुक्रवार (1 अगस्त 2025) की रात करीब 8 बजे अखल के जंगल में चार से पांच आतंकियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिली थी। इसके बाद सेना की 9 राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष कार्य समूह (SOG), कुलगाम पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से तलाशी अभियान शुरू किया। अभियान के दौरान आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी और अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल के घने हिस्से में भाग गए। रात भर रुक-रुककर गोलीबारी होती रही। शनिवार सुबह सुरक्षाबलों ने अभियान तेज किया, जिसके बाद सुबह हारिस नजीर और दोपहर में एक अन्य आतंकी को मार गिराया गया। रविवार को तीसरे आतंकी को ढेर किया गया।
मारे गए आतंकी और बरामद सामग्री
पुलवामा के कच्चीपोरा निवासी हारिस नजीर 24 जून 2023 से लश्कर-ए-ताइबा के लिए सक्रिय था और 22 अप्रैल 2025 के बायसरन (पहलगाम) आतंकी हमले से जुड़ी 14 आतंकियों की सूची में शामिल था। दूसरे आतंकी की पहचान रविवार तक नहीं हो पाई थी। मारे गए आतंकियों से एक एके राइफल, दो मैगजीन, हथगोले और अन्य गोला-बारूद बरामद हुआ। ड्रोन के जरिए जंगल में आतंकियों के शव देखे गए।
सैन्य अधिकारी घायल
अभियान के दौरान एक सैन्य अधिकारी के कंधे पर गोली लगने की सूचना है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। घायल अधिकारी को श्रीनगर के सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। क्षेत्र में और आतंकियों के छिपे होने की आशंका के चलते अभियान जारी है।
एक सप्ताह में तीसरा बड़ा ऑपरेशन
यह मुठभेड़ जम्मू-कश्मीर में एक सप्ताह के भीतर तीसरा बड़ा अभियान है। 28 जुलाई 2025 को ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत लिडवास (श्रीनगर) में तीन आतंकी मारे गए थे, जो बायसरन आतंकी हमले में शामिल थे। 31 जुलाई को पुंछ के कालसियन-गुलपुर क्षेत्र में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिश नाकाम करते हुए दो आतंकी ढेर किए गए थे।