डीआइजी ने दिया एंटी रोमियो टीम से बचने का ब्रम्हास्त्र

एंटी रोमियो टीमलखनऊ। डीआइजी रेंज प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि एंटी रोमियो टीम निर्दोष लोगो को परेशान करने के लिए नहीं है, बल्कि शोहदों पर कार्रवाई के लिए है। उन्होंने बताया कि युवतियों से छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अगर पुलिस किसी निर्दोष को परेशान करे तो पुलिस कंट्रोल रूम के सौ नंबर के साथ डीआइजी के मोबाइल फोन नंबर 9454400212 पर फोन करने के साथ वाट्सअप भी कर सकते हैं। अगर किसी महिला के साथ छेड़छाड़ समेत अन्य कोई अपराध की घटना हो रही है, तब भी इस नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।

अब अपराधी जमानत पर आसानी से नहीं छूट सकेंगे :

डीआइजी ने बताया कि अब अपराधियों की आसानी से जमानत नहीं हो सकेगी। अपराधिक इतिहास के साथ गैंगेस्टर के बीते दस साल तक के मामलों में पुलिस न्यायालय में जमानत विरोध प्रार्थना पत्र दाखिल करेगी, जिससे अपराधियों की जमानत न हो सके। उन्होंने बताया कि जिला जज के वहां भी अपराधियों की फाइल बनाकर भेजी जाएगी। जिससे उनपर शिकंजा कसा जा सके।

छेड़छाड़ के कई मामलों में युवतियां सीधे एफआइआर दर्ज कराना नहीं चाहती हैं। डीआइजी रेंज प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अब ऐसे मामलों में पुलिस स्वयं एफआइआर दर्ज कराकर आरोपियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि पाक्सो एक्ट, दुष्कर्म व छेड़छाड़ के मामलों में पुलिस सख्ती से कार्रवाई करेगी।

बीते दस साल तक थानों में दर्ज छेड़छाड़ व दुष्कर्म के मामलों की अब निगरानी होगी। अगर किसी मामले में पीड़िता पर दबाव बनाकर मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाई गई होगी तो विवेचक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फाइल दोबारा खोली जाएगी। जिससे आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके। मकसद साफ है कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के एंटी रोमियो अभियान को सफल बनाने के लिए अधिकारी पूरी ताकत झोंक रहे हैं।

 

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