इशरत जहां केस में कांग्रेस और लश्कर-ए-तैयबा में थी सांठ-गांठ
नई दिल्ली। इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में केन्द्रीय मंत्री किरण रिजीजू ने बड़ा बयान दिया है। किरण रिजीजू का कहना है कि इशरत जहां केस को लेकर तत्कालीन गृह मंत्रालय और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा में सांठ-गांठ थी। कांग्रेस ने इस आरोप का विरोध करते हुए उन्हें मंत्री पद से हटाए जाने की मांग की।
इशरत जहां केस में यूपीए का नरम रुख
मोदी सरकार के मंत्री रिजिजू ने कहा कि तत्कालीन गृह मंत्रालय ने सच छुपाने के लिए पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर काम किया।
केन्द्रीय मंत्री किरण रिजीजू ने कहा “पी. चिदंबरम के नेतृत्व में यूपीए सरकार के गृह मंत्रालय ने लश्कर के साथ काम किया और आतंकवाद के खिलाफ नरम रुख अपनाया”।
एक निजी न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में रिजीजू ने इशरत जहां केस से जुड़ी घटनाओं का जिक्र किया और कहा कि लश्कर-ए-तैयबा ने शुरुआत में यह दावा किया था कि वह शहीद है लेकिन इस मामले का जाँच का जिम्मा सीबीआई के एक खास अधिकारी को दिए जाने के बाद संगठन ने अपना बयान बदल दिया।
उन्होंने कांग्रेस बड़ा हमला करते हुए कहा कि ‘मैंने पहले भी कहा है कि हम यह नहीं मानते की इशरत जहां को क्लीन चिट देने का फैसला चिदंबरम के अकेले का है। यह निश्चित तौर पर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से उठाया गया कदम है, जिसमें सभी बातों का ध्यान में रखा गया’।