आज हैं पापांकुशा एकादशी, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व

आश्विन शुक्ल पक्ष दशहरे के बाद पड़ने वाली एकादशी को पापांकुशा एकादशी कहते हैं। इस बार एकादशी 26 अक्टूबर को सुबह 9 बजे लग रही है, इसलिए 27 अक्टूबर को ही एकादशी व्रत रखा जाएगा। व्रत का पारण अगले दिन 28 अक्टूबर को होगा। कहते हैं कि इस एकादशी का व्रत करने वालों को पाप से मुक्ति मिलती है।

ऐसा कहा जाता है कि यह एकादशी से पिछली पीढ़ीयों के पाप भी नष्ट होते हैं। इस दिन भगवान पद्मनाभ की पूजा की जाती है। एकादशी व्रत पर सुबह सवेरे उठकर भगवान विष्णु का ध्यान करना बहुत ही शुभ होता है। इस दिन स्नान और दान का भी बहुत महत्व है। इस दिन श्रद्धा और भक्ति भाव से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। अगर हो सके तो इश दिन ब्राह्मणों को दान करना चाहिए। 

एकादशी व्रत में खास तौर पर चावल का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। यह व्रत फलाहारी व्रत है। इस व्रत में भगवान विष्णु के सामने व्रत का संकल्प लेकर भगवान विष्णु का जप करना चाहिए। इस दिन दिए दान का भी कई गुणा अधिक फल मिलता है।

एकादशी तिथि कब से कब तक 
एकादशी तिथि प्रारंभ: 26 अक्तूबर 2020 सुबह 09:00 बजे
एकादशी तिथि समाप्त: 27 अक्तूबर 2020 सुबह 10:46 बजे
व्रत पारण  28 अक्तूबर 2020 : सुबह 08:44 बजे तक

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