
डॉ. बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय के परीक्षकों की कॉपियों केमूल्यांकन में घोर लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। आरटीआई से खुलासा हुआ है कि दो छात्रों को मार्कशीट में फेल बताया गया जबकि कॉपी में उनके अंकों का जोड़ करने पर वे पास हैं। इससे एक बार फिर यह बात सामने आई कि विवि के परीक्षक अंकों का जोड़ भी ठीक से नहीं कर रहे हैं जिससे छात्र-छात्राओं का भविष्य चौपट हो रहा है।
परीक्षकों की लापरवाही का शिकार हुए दोनों छात्र एत्मादपुर स्थित एफएचमेडिकल कॉलेज के हैं। दोनों ने एमबीबीएस अंतिम वर्ष की परीक्षा दी थी। हरियाणा के रेवाड़ी निवासी छात्र अभिषेक गुप्ता पुत्र मुकेश गुप्ता और राजस्थान के जैसलमेर निवासी हेमंत खत्री पुत्र पुखराज खत्री ने आरटीआई का इस्तेमाल करके कॉपियां निकलवाईं तो इसका खुुलासा हुआ। दोनों को कम्यूनिटी मेडिसन में फेल बताया गया। रिजल्ट इसी साल दो जनवरी को जारी हुआ था।
ऐसी ही गलती पर लग चुका एक लाख का हर्जाना
विवि पर हाल ही में हाईकोर्ट ने एक लाख रुपये का हर्जाना लगाया। तब भी ऐसी ही गलती की थी। छात्र को फेल कर दिया गया था। उसने हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट के आदेश पर पुनर्मूल्यांकन हुआ तो वह पास हो गया। हाईकोर्ट ने विवि पर एक लाख का हर्जाना लगाया। यह राशि पीड़ित छात्र को देने का आदेश दिया गया।
परीक्षकों की लापरवाही का शिकार हुए दोनों छात्र एत्मादपुर स्थित एफएचमेडिकल कॉलेज के हैं। दोनों ने एमबीबीएस अंतिम वर्ष की परीक्षा दी थी। हरियाणा के रेवाड़ी निवासी छात्र अभिषेक गुप्ता पुत्र मुकेश गुप्ता और राजस्थान के जैसलमेर निवासी हेमंत खत्री पुत्र पुखराज खत्री ने आरटीआई का इस्तेमाल करके कॉपियां निकलवाईं तो इसका खुुलासा हुआ। दोनों को कम्यूनिटी मेडिसन में फेल बताया गया। रिजल्ट इसी साल दो जनवरी को जारी हुआ था।
ऐसी ही गलती पर लग चुका एक लाख का हर्जाना
विवि पर हाल ही में हाईकोर्ट ने एक लाख रुपये का हर्जाना लगाया। तब भी ऐसी ही गलती की थी। छात्र को फेल कर दिया गया था। उसने हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट के आदेश पर पुनर्मूल्यांकन हुआ तो वह पास हो गया। हाईकोर्ट ने विवि पर एक लाख का हर्जाना लगाया। यह राशि पीड़ित छात्र को देने का आदेश दिया गया।