आखिर क्या हुआ ऐसा कि इस कांस्टेबल को करनी पड़ी 450 किलोमीटर की लंबी पैदल यात्रा?

भोपाल। कोरोना वायरस के कहर को खत्म करने के लिए  सरकार हर वो कोशिश कर रही है जो करनी चाहिए थी। पुलिस से लेकर डॉक्टर तक अपनी ड्यूटी पूरी तरह से कर रहे हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के इटावा जिले का कांस्टेबल अपनी ड्यूटी पूरी करने के लिए मध्य प्रदेश के राजगढ़ तक पैदल आया।

ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए पुलिस कांस्टेबल ने की 450 किलोमीटर की यात्रा

कांस्टेबल ने कहा, ‘मैंने अपने अधिकारी एवं पुलिस स्टेशन पचौर के प्रभारी निरीक्षक से फोन पर संपर्क किया और उनसे कहा कि मैं इस मुसीबत के समय में अपनी ड्यूटी में शामिल होना चाहता हूं. उन्होंने परिवहन सुविधा उपलब्ध न होने के कारण मुझे घर में रहने की सलाह दी. मेरे परिवार ने भी यही सलाह दी लेकिन मैं खुद को नहीं रोक सका.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने 25 मार्च की सुबह इटावा से पैदल ही राजगढ़ की यात्रा शुरू की. मैं इस दौरान करीब 20 घंटे तक चला जिसमें मैंने मोटरसाइकिल पर सवार लोगों से लिफ्ट भी ली और 28 मार्च की रात राजगढ़ पहुंच गया.’

पुलिसकर्मी ने कहा, ‘मैंने अपने अधिकारी के साथ जिले में अपनी एंट्री दर्ज कराई. मेरी इस यात्रा के दौरान सामाजिक संगठनों ने मुझे भोजन प्रदान किया. एक दिन मुझे खाने के लिए कुछ नहीं मिला.’  एक जून, 2018 को मध्य प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए शर्मा ने कहा, ‘मेरे बॉस ने मुझे घर पर आराम करने के लिए कहा क्योंकि मेरे पैरों में सूजन हो गयी है.’ कांस्टेबल ने कहा कि मैं जल्द ही अपनी ड्यूटी ज्वाइन करूंगा.

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उधर, राजगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने कहा, ‘कांस्टेबल दिग्विजय शर्मा को मुसीबत के समय पर काम करने की प्रतिबद्धता और समर्पण के लिए प्रशंसा पत्र दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि मैं मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर इस कांस्टेबल को प्रशंसा पत्र देने का अनुरोध भी कर रहा हूं.

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