एक ऐसा योद्धा, जिसनें एक घंटे के भीतर ही तय कर दी पकिस्तान की हार
नई दिल्ली। देश के इतिहास में अर्जन सिंह जैसे एयर मार्शल का योगदान हमेशा सर्वोपरि रहेगा। ऐसे वीर योद्धा जोकि देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान जोखिम में डालने से बिलकुल नहीं कतराते थे। साथ ही साथ दुश्मनों को धूल चटाने का भी माद्दा रखते थे। इसका जीता जागता उदाहरण पाकिस्तान को 1 घंटे के भीतर ही युद्ध में परास्त कर देना है। अर्जन सिंह भारतीय एयरफोर्स के इतिहास में पहले प्रमुख हैं, जिन्होंने पहली बार देश के किसी युद्ध में एयरफोर्स का नेतृत्व किया।
कार्यकुशलता और युद्ध की रणनीति में माहिर अर्जन बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे।
एक अगस्त 1964 को एयर मार्शल की पदवी के साथ अर्जन सिंह चीफ ऑफ एयर स्टाफ बनाए गए। लेकिन असली चुनौती का सामना करना तो अभी बाकी था।
सन 1965 में पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ ऑपरेशन ग्रैंड स्लैम को अंजाम दिया और उनके टैंकों ने अखनूर शहर पर हमला बोल दिया। इस ऑपरेशन को असफल करने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी अब एयर चीफ अर्जन सिंह के कन्धों पर आ चुकी थी।
महज एक घंटे में पाकिस्तान के दांत खट्टे करने वाले अर्जन सिंह हारे जिदंगी की जंग
हमले की खबर मिलते ही रक्षा मंत्रालय ने सभी सेना प्रमुखों की आपातकाल बैठक बुलाई। कुछ ही मिनटों की इस मुलाकात में अर्जन सिंह से पूछा गया कि वह कितनी जल्दी पाकिस्तान के बढ़ते टैंकों को रोकने के लिए हमला कर सकते हैं। अर्जन सिंह ने रक्षा मंत्रालय से हमला करने के लिए सिर्फ एक घंटे का समय मांगा।
मंत्रालय को किये गए वादे के मुताबिक अर्जन सिंह अपनी बात पर खरे उतरे और अखनूर की तरफ बढ़ रहे टैंकों पर पहला हवाई हमला 1 घंटे से भी कम समय में कर दिया। जोकि असल नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है।
इस हवाई हमले के बाद पूरे युद्ध के दौरान अर्जन सिंह ने वायु सेना का नेतृत्व करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ इस युद्ध में अहम भूमिका निभाई।
बता दें ऑपरेशन ग्रैंड स्लैम के ज़रिये पाकिस्तानी राष्ट्रपति और जनरल अयूब खान ने जबरन कश्मीर पर कब्जा करने की योजना बनाई थी।
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सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान का मानना था कि कश्मीर पर कब्जा करने के लिए यह माकूल समय है। लेकिन जनरल अयूब खान की इस योजना पर पानी फेरते हुए भारतीय सेना और एयरफोर्स ने उन्हें करारा जवाब दिया। इसका परिणाम ये हुआ कि हमले के पहले घंटे के भीतर ही पाकिस्तानी सेना को खदेड़ दिया।
इन विमानों से भी भरी है उड़ानें
अपने वायु सेना के लम्बे करियर के दौरान अर्जन सिंह द्वितीय विश्व युद्ध के लड़ाकू विमानों के साथ-साथ 60 अलग-अलग तरह के विमानों को उड़ा चुकें हैं। इन सबके अलावा अर्जन सिंह ने मौजूदा समय के वैमपायर और नैट विमानों के साथ-साथ सुपर ट्रांस्पोर्टर विमानों पर भी उड़ान भरी है।
बतादें अर्जन सिंह पहले वायु सेना प्रमुख बने जोकि चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ की रैंक तक फ्लाइंग कैटेगरी के फाइटर पायलट रहे हैं।