अमरावती के ये पर्यटन स्थल हैं पर्यटकों के सबसे ज़्यादा आकर्षण का केंद्र, जानें क्या है खास

अमरावती का शाब्दिक अर्थ है ‘अमरों का निवास’ और यह महाराष्ट्र की उत्तरी सीमा पर स्थित है। एक धार्मिक स्थान होने के नाते, शहर अपनी तीर्थ स्थलों और विरासत भवनों के लिए प्रसिद्ध है। आपको बता दें कि यह राज्य का सातवां सबसे अधिक आबादी वाला शहर है और इसमें व्यापक औद्योगिक आधारभूत संरचना है। नागपुर से अमरावती लगभग 156 किमी दूर है।

Amravati

इसे शिक्षा सुविधाओं और सांस्कृतिक विरासत के कारण विदर्भ (महाराष्टर में एक जगह) की सांस्कृतिक राजधानी भी कहा जाता है। पर्यटक यहां अंबादेवी मंदिर, सतीधाम मंदिर, छत्री तालाब और वडाली तालाब और भीम कुंड जैसे अमरवती के आकर्षक पर्यटन स्थलों का पता लगा सकते हैं। ये सभी आकर्षण काफी सुंदर हैं और हर कोई निश्चित रूप से उनका आनंद लेगा। तो चलिए जानते हैं अमरावती के इन आकर्षक पर्यटन स्थलों के बारे में।

हरिकेन प्वॉइंट

यह एक ऐसी जगह है जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। हरिकेन प्वॉइंट अमरावती के चिखलदरा की घाटियों में कुदरद अपना खूबसूरत रूप दिखाती है। यह एक ऐसा स्थल है जहां पर्यटकों को एक ही साथ प्रकृति के कई खूबसूरत और मनोरम रूप देखने को मिलते हैं। पर्यटकों को इस राजसी हिल स्टेशन में, झरने, वाइल्डलाइफ और झीलों के खूबसूरत नज़ारे दिखने को मिलेंगे। हरिकेन प्वॉइंट जाने का सबसे बेस्ट टाइम जुलाई से फरवरी के बीच का होता है। इस समय पर आप इस जगह का ज्यादा लुत्फ उठा पाएंगे।

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भीम-कुंड भीम-कुंड

एक ऐसा स्थल है, जहां हर साल काफी संख्या में लोग आते हैं। ये तीर्थयात्रियों के लिए महत्वपूर्ण जगह है। पौराणिक मान्यताओं की मानें तो, भीम ने किचका का वध किया था जिसके बाद उसके शरीर को ‘किचकदार’ नामक घाटी में फेंक दिया। इसके बाद भीम पास की एक झील में स्नान किया, जिसके बाद उस झील को भीम-कुंड के नाम से जाना जाता है। आपको बता दें कि भीम-कुंड लगभग 3500 फीट गहरा है। ये बरसात के मौसम के दौरान झरना और जल-प्रताप के आकर्षक दृश्य प्रदान करता है। बरसात के मौसम में इसकी सुंदरता देखते ही बनती है। यही कारण है कि बरसात के मौसम इस स्थल को देखने के लिए काफी लोग आते हैं। अगर आप भी भीम-कुंड जाना चाहते हैं और इसके सौंदर्य का लुत्फ उठाना चाहते हैं, तो बरसात का मौसम यहां जाने के लिए बेहद सटीक है।

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अंबादेवी मंदिर

अमरावती का दिल कहे जाने वाले, अंबादेवी मंदिर को इस क्षेत्र के सबसे पुराने मंदिरों में से एक माना जाता है। मंदिर का मुख्य देवी, यानि अंबदेवी को,देवी दुर्गा का अवतार माना जाता है। ऐतिहासिक अभिलेखों के अनुसार लोगों की मानें तो, भगवान श्री कृष्ण ने किसी फिल्म के नायक की तरह से रुक्मिणी का अपहरण कर लिया और अंबदेवी मंदिर में उनसे शादी कर ली। ऐसा कहा जाता है कि विवाह या किसी भी खास अवसर से पहले देवी अम्बा की पूजा करना शुभ माना जाता है। अंबादेवी मंदिर अमरावती के दस्तूर नगर में स्थित है।

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