REPOTER-GAJANAN DUBEY
धुल, कुत्ते और सुवर के विष्टा से इमारत के परिसर मे फैली गंधगी। बाजूके परिवार के आरोग्य को पाहूनच सक्ती है हानी।45 लक्ष रुपये खर्च करके बनाई हुई।
स्वर्ण जयंती ग्राम रोजगार योजना इमारत के सभी बाजूमे घास ,काटेरी पेंड,उगले है। इस बेवारीस इमारत का सहारा लेकर शराबी शराब पीकर कांच के बॉटल फेक रहे है परिसर मे। सुवर, कुत्ते ,गधे और जानवर ने इसी इमारत के बाजुमे आपणा बस्तान बसा लिया है ।
कंधार पंचायत समिति के बारे में सोचने वाली और दिलचस्प की ये बात है कि की सन 2012 मे इमारत का निर्माण का काम शुरू हुआ ।आज तक ये इमारत ताला बंद हैं।प्रकल्प संचालक जिल्हा परिषद नांदेड और पंचायत समिती कंधार के प्रशासन और कॉन्ट्रॅक्टर मे क्याचल रहा है?। आज तक क्यू इमारत प्रशासनाने कब्जे नही ली। 45 लक्ष रुपये इमारत आज पुरी तऱ्हा से घास,पेंड, कांच के लपेट है ।इमारत ताला बंद खडी है।