
रिपोर्ट- नीरज सिंघल
सहारनपुर। सहारनपुर शहर के बीचोबीच बना जुबली पार्क फन प्वाइंट नगर निगम की अनदेखी और उदासीनता का शिकार है। स्मार्ट सिटी योजना में इसके सुंदरीकरण की परिकल्पना एक साल पहले की गई थी, मगर वह सब कागजों में ही रह गई। कभी लाखों रुपये खर्च करके फन प्वाइंट को दी गई मनोरंजन की सुविधाएं आज नदारद हैं तथा मनोरंजन के जो साधन लगाए गए थे, वह टूट गए हैं। लाइव टुडे की टीम जब वहां पहुंची तो फन प्वाइंट के हालात देखकर दंग रह गई।
जिस फन प्वाइंट से निगम को करोड़ों की आमदनी हो सकती थी, वह आज अधिकारियों और राजनेताओं के उदासीन रवैए के चलते अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। यह शहर का अकेला प्वाइंट है, जहां पर कभी बोटिंग की भी सुविधा रही है।
जुबली पार्क परिसर में 2007 में फन प्वाइंट विकसित किया गया था। फन प्वाइंट में बच्चों के मनोरंजन के लिए छोटी ट्रेन, स्लाइड्स, मैजिक मिरर, नौका विहार, छोटे झूले, बैठने के लिए हरी घास के मैदान, बेंच और टहलने के लिए रास्ते और उनके दोनों साइड में सुंदर लाइटिंग की व्यवस्था दी गई थी। सुबह और शाम लोग बच्चों को लेकर फन प्वाइंट में टहलने आते थे, मगर 2010 तक नगर पालिका तथा उसके बाद नगर निगम लगातार पार्क की अनदेखी करता रहा।
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नतीजा यह हुआ कि पार्क में लाखों रुपये खर्च कर दी गई मनोरंजन की सुविधाएं मेंटीनेंस नहीं होने की वजह से एक-एक कर खत्म होती चली गईं। मैजिक मिरर, स्लाइड्स, झूले अन्य साधन आज टूूूूटी अवस्था में हैं। ट्रेन और उसकी लाइन भी जर्जर हो चुकी है, जिसे नगर निगम ने कुछ ही माह पहले पार्क से हटवाया है। नौका विहार के लिए पार्क के बीच में व्यवस्था की गई है, जिसमें दो नौकाएं भी छोड़ी गई थीं, जिनमें बैठकर कभी लोग परिवार के साथ विहार किया करते थे, मगर अब नौकाएं टूटकर खत्म हो गई हैं।
करीब एक वर्ष पहले नगर निगम ने फन प्वाइंट का जीर्णोद्धार करने का निर्णय लिया था। तत्कालीन नगरायुक्त ने मौके पर पहुंचकर फन प्वाइंट के बीच बनी पुरानी हवेली को ध्वस्त कराकर वहां की सफाई कराई थी। बाद में पार्क को संवारने की दिशा में कोई कार्य नहीं हुआ, बल्कि निगम ने इस तरफ देखना ही बंद कर दिया।