चेन्नीथला ने विजयन के खिलाफ याचिका दाखिल की, जानें इसके सियासी मायने

तिरुवनंतपुरम। विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला शनिवार को यहां मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और अन्य के खिलाफ त्रिवेंद्रम सतर्कता अदालत में याचिका दाखिल करने के लिए पेश हुए। उन्होंने यह याचिका शराब व्यापार में चार कंपनियों को अवैध रूप से शामिल करने की इजाजात देने के लिए दाखिल की है। अदालत में याचिका दाखिल करने के बाद बाहर आते हुए चेन्नीथला ने मीडिया को बताया कि उन्हें लगता है कि अदालत उनकी याचिका को स्वीकार करेगी।

रमेश चेन्नीथला

चेन्नीथला ने कहा, “मेरे पास अदालत का दरवाजा खटखटाने के सिवाए कोई विकल्प नहीं बचा था क्योंकि सरकार और केरल के राज्यपाल पी. सतशिवम ने मेरी याचिका को नहीं स्वीकारा था। मुझे लगता है कि जब 10 जनवरी को इस पर फैसला किया जाएगा तो अदालत मेरी याचिका को स्वीकार करेगी।”

अपनी याचिका में उन्होंने मंजूरी देने के लिए राज्य के आबकारी मंत्री टी.पी. रामकृष्णन और आबकारी विभाग के तीन शीर्ष अधिकारियों की कथित भूमिका के लिए उन्हें नामित किया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि यह सौदा भ्रष्टाचार से भरा था और इसे बिना अनिवार्य प्रक्रिया के अंजाम दिया गया।

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चेन्नीथला ने कई बार इस भ्रष्ट सौदे के मुद्दे को उठाया और आखिरकार चार अक्टूबर को विजयन ने दिए गए लाइसेंसों को रद्द कर दिया।

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चेन्नीथला ने कहा, “लाइसेंसों को रद्द करने का फैसला स्पष्ट रूप से दिखाता है, जैसे कि मैंने कहा था कि यह एक भ्रष्ट सौदा है। लूट को अंजाम देने के बाद, अगर लूट की चीजें लौटा दी जाती हैं तो मामला फिर भी चलता है।”

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