
REPORT-कपिल सिंह / बुलंदशहर
यूपी के डीजीपी ओपी सिंह की संस्तुति के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर एसएसपी एन कोलांचि को सस्पेंड कर दिया।बुलंदशहर एसएसपी पर आरोप है कि उन्होंने थाना कोतवाली और सर्किलों में नज़राना लेने के बाद थानेदार और सर्किल अफसरों की पोस्टिंग और रिपोस्टिंग की।
इतना ही नही पोस्टिंग के महज़ सात और 33 दिन के भीतर थानेदारों को थानों से हटा दिया। मौजूदा सिकान्द्रबाद कोतवाल को दोबारा इसी कोतवाली में रेपोस्ट किया गया।
सिटी कोतवाल नरेंद्र शर्मा को महज एक माह के भीतर हटा दिया गया। ककोड़ थानाध्यक्ष बच्चू सिंह को भी डेढ़ माह में हटाया गया। तेजतर्रार इंस्पेक्टरों को खाली रखा गया, जबकि सेटिंगबाज इंस्पेक्टरों को मलाईदार थानों में पोस्टिंग-रिपोस्टिंग दी गई।
खासबात ये है कि जिन इंस्पेक्टरों को परनिंदा प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई थी, उन्ही को ही एसएसपी एन कोलंची ने थानों में पोस्टिंग दे दी। आरोप है कि एसएसपी बुलंदशहर एन कोलांचि की कार्यप्रणाली पब्लिक फ्रिण्डली कतई नहीं थी, और जिले में लूट डकैती छेड़छाड़ की वारदात होती रही।
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जिसकी शिकायत लगातार डीजीपी ओपी सिंह से की जा रही थी। डीजीपी की रिपोर्ट के बाद समीक्षा के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर एसएसपी को तत्काल प्रभाव से ससपेंड कर दिया।
एसएसपी एन कोलंची को डीजीपी मुख्यालय से अटेच कर लिया गया है। वही एन कोलांचि के स्थान पर चंदौली के एसपी सन्तोष कुमार को बुलंदशहर का एसएसपी नियुक्त किया गया है।