पाकिस्तान में तख्तापलट तय, सेना नहीं बल्कि सबसे बड़ी ताकत देगी इस काम को अंजाम

पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट इस्लामाबाद| पनामा पेपर लीक मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ बुरे फंस गए हैं। पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में जांच आयोग गठित करने का आदेश दिया है। यह जांच आयोग नवाज के साथ ही उनके परिवार की भी जांच करेगा।

क्रिकेटर से राजनेता बने पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी।

मांग की गई थी कि भ्रष्ट्राचार को लेकर नवाज शरीफ को अयोग्य करार दिया जाए। याचिकाओं में कहा गया है कि पनामा पेपर्स से यह खुलासा हुआ है कि प्रधानमंत्री और उनके आश्रित लोगों ने विदेशों में कंपनियां खोल रखी हैं।

आरोप हैं कि इन कंपनियों में भ्रष्टा चार का पैसा लगाया गया है। इमरान का आरोप है कि नवाज ने नेशनल असेंबली में भी इस मामले के तथ्य छुपाए। इसी आधार पर इमरान की पार्टी ने मांग की थी कि नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य करार दिया जाए।

इस मामले में कोर्ट नवाज और उनके परिवार को नोटिस पहले ही जारी कर चुका है।

क्या है पनामा गेट पेपर लीक

अप्रैल में टैक्स बचाने के लिए दूसरे देशों में पैसा छिपाने के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा खुलासा हुआ। पनामा की लॉ फर्म के 1.15 करोड़ टैक्स डॉक्युमेंट्स लीक हुए। ये बताते हैं कि व्लादिमीर पुतिन, नवाज शरीफ, शी जिनपिंग और फुटबॉलर मैसी ने कैसे अपनी दौलत टैक्स हैवन कहे जाने वाले देशों में जमा की। इस घोटाले में अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय और डीएलएफ के प्रमोटर केपी सिंह के नाम भी आए थे।

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