
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के पनकी थाना क्षेत्र के इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक ऑयल सीड्स कंपनी के एक बंद कमरे में मंगलवार (19 नवंबर 2025) देर रात चार दोस्तों के शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई।
कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था और अंदर एक तसले में जलता हुआ कोयला पाया गया, जिससे प्रारंभिक जांच में मौत का कारण दम घुटना (सफोकेशन) बताया जा रहा है। ठंड के मौसम में गर्मी के लिए अंगीठी जलाने की यह लापरवाही भारी पड़ गई।
पनकी पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया। शवों की पहचान अब हो गई है – मृतक चारों कानपुर के ही रहने वाले युवक थे, उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच, जो कंपनी में लोडिंग-आनलोडिंग का काम करते थे। सभी दोस्त थे और रात को कंपनी के एक छोटे कमरे में सोने के लिए रुके थे।
ठंड से बचने के चक्कर में उन्होंने तसले में कोयला जला लिया, लेकिन कमरे की हवा न आने से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस भर गई, जिससे ऑक्सीजन की कमी हो गई। कमरा छोटा होने के कारण स्थिति और बिगड़ गई। पुलिस के अनुसार, चारों ने कमरा अंदर से बंद कर लिया था, जिससे बचाव का कोई मौका नहीं मिला।
पुलिस कार्रवाई और जांच
नकी थाने के प्रभारी ने बताया कि सूचना मिलते ही फोरेंसिक टीम ने साइट का निरीक्षण किया और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। प्रारंभिक रिपोर्ट में दम घुटने की पुष्टि हो चुकी है। मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है और मामले में कोई संदिग्ध परिस्थिति न होने से अब तक कोई केस दर्ज नहीं किया गया है। हालांकि, पुलिस कंपनी प्रबंधन से पूछताछ कर रही है कि कर्मचारियों के रहने की व्यवस्था क्यों ऐसी थी। एसएसपी ने सुरक्षा मानकों पर जांच के आदेश दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।





