योगी ने तोड़ा 29 सालों का अंधविश्वास, फैले ‘भगवा भ्रम’ को किया दूर : पीएम मोदी

योगीनोएडा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि नोएडा मनहूस नहीं है। वह इस ‘अंध विश्वास’ पर बरसे कि उत्तर प्रदेश का जो भी मुख्यमंत्री नोएडा का दौरा करेगा, उसकी कुर्सी चली जाएगी। मोदी ने इस अंध विश्वास से ऊपर उठने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा की। मोदी ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के साथ नोएडा-कालकाजी मेट्रो लाइन का उद्घाटन करने के बाद एमिटी विश्वविद्यालय के पास एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्हें कुछ जगहों के बारे में बताया गया था ‘जिनके मनहूस होने की वजह से’ वहां कोई मुख्यमंत्री नहीं जाता था।

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उन्होंने कहा, “मैं अडिग था.. कि मैं अपने पहले साल में ही इन सभी जगहों पर जाऊंगा जहां अंध विश्वास व वहम की वजह से दशकों से नेता कभी नहीं गए। यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है।”

नोएडा के मनहूस होने के अंध विश्वास का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “यदि कोई सोचता है कि एक जगह पर नहीं जाने से उसका मुख्यमंत्री का कार्यकाल पूरा होगा या किसी जगह पर जाने से कम हो जाएगा तो इस तरह का व्यक्ति मुख्यमंत्री बनने का हकदार नहीं है।”

मोदी ने कहा, “दुर्भाग्य से नोएडा के साथ अंध विश्वास जुड़ा है, योगी आदित्यनाथ इन अंध विश्वासों से ऊपर उठकर नोएडा आए हैं।”

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने पांच साल के कार्यकाल में नोएडा नहीं आए थे।

मोदी ने आदित्यनाथ की ‘आधुनिकता की अपनी शैली के साथ परंपरा को जोड़ने व राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सुशासन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए’ तारीफ की।

मोदी ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं। इस भागवा पोशाक की वजह से कुछ लोग मानते हैं कि योगी आदित्यनाथ ‘ज्यादा आधुनिक’ नहीं है, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने वह किया है जो उत्तर प्रदेश के दूसरे मुख्यमंत्रियों ने नहीं किया-वह नोएडा आए। विश्वास महत्वपूर्ण है, लेकिन अंध विश्वास नहीं।”

उन्होने कहा कि भाजपा ने राष्ट्रीय हित में फैसले लिए हैं, जिन्हें राजनीतिक लाभ से ज्यादा तरजीह दी गई।

उन्होंने कहा, “शासन ‘मेरा क्या’ वाली सोच से शुरू होकर ‘मुझे क्या’ पर खत्म नहीं हो सकता। हमने इस तरह की सोच को बदला है। हमारे लिए निर्णय राष्ट्रीय हित के लिए हैं, न कि राजनीतिक फायदे के लिए।”

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान देश में बुनियादी ढांचे के विकास पर है व उनकी केंद्र सरकार के कार्यकाल में रेलवे के बुनियादी ढांचे व सड़क नेटवर्क का विस्तार हो रहा है।

इससे पहले मोदी ने 12.6 किमी लंबी कालकाजी-बोटेनिकल गार्डेन की मजेंटा लाइन का उद्घाटन किया। यह लाइन दक्षिण दिल्ली को नोएडा से जोड़ती है।

मोदी ने गेंदे के फूलों से सजी नई मेट्रो को झंडी दिखाई। उन्होंने आदित्यनाथ के साथ नोएडा से ओखला बर्ड सेंचुरी स्टेशन तक इस मेट्रो से यात्रा भी की।

उन्होंने अपने भाषण में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनके 93वें जन्मदिन पर याद किया।

उन्होंने कहा, “मैं क्रिसमस के मौके पर अपनी शुभकामनाएं देता है। आज दो भारत रत्न विभूतियों का जन्म दिन है। पहला पंडित मदन मोहन मालवीय व दूसरे अटल जी। उत्तर प्रदेश के लोगों की वजह से देश को स्थिर व मजबूर सरकार मिली। मैं उत्तर प्रदेश से मिले प्यार के लिए हमेशा आभारी रहूंगा।”

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेट्रो की यह लाइन नोएडा-ग्रेटर नोएडा के विकास के सपनों को साकार करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

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उन्होंने कहा, “आज क्रिसमस है और वाजपेयी जी का जन्मदिन भी है। मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं कि उन्होंने इस मौके पर उत्तर प्रदेश को मेट्रो की नई लाइन दी। हम कानपुर और आगरा में मेट्रो लाने जा रहे हैं।”

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस उद्घाटन समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था।

बता दें नोएडा शहर को लेकर यह अंधविश्वास 29 सालों से चला आ रहा है। सबसे पहले कांग्रेस सरकार में सीएम रहे वीर बहादुर सिंह यहां आए थे। वह भी गोरखपुर के रहने वाले थे। 23 जून 1988 को नोएडा आए, लेकिन अगले दिन उन्होंने किन्हीं कारणों से इस्तीफा सौंप दिया था।

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