एथलीट दुती चंद को बदनाम करने के आरोप में वेब चैनल का संपादक गिरफ्तार, Tokyo Olympics 2020 में लिया था हिस्सा
भारत की प्रख्यात धावक दुती चंद ने एक ऑनलाइन न्यूज चैनल के संपादक पर उनकी अश्लील फोटो छापने के आरोप लगाए हैं। जिसके बाद संपादक को भुवनेश्वर झारपाडा एरिया में उसके ऑफिस से हिरासत में ले लिया गया है। डिप्टी पुलिस कमिश्नर यूएस दास ने बताया कि संपादक पर दुती के खिलाफ अपमानजनक और अश्लील कन्टेंट छापने के आरोप हैं।

उन्होंने कहा, ‘पुलिस ने वेब चैनल के संपादक सुधांशू शेखर राउत को हिरासत में ले लिया है। हमने उनके पास से कम्प्यूटर और बाकी सामग्री भी जब्त कर ली हैं। हम शिकायत की जांच कर रहे हैं। आरोपी संपादक से पूछताछ की जाएगी।’ अधिकारी ने बताया कि ‘संपादक के खिलाफ आईपीसी सेक्शन 292-2(अश्वलील सामग्री छापन), 354-ए (महिला को परेशान करने), 506 ( आपराधिक धमकी देने),. 385 (उगाही करने के प्रयास में व्यक्ति को चोट पहुंचाने) और 120-बी (आपराधिक साजिश करने) के तहत केस दर्ज किया गया है।’
दुती चंद ने इस पर कहा, ‘सोशल मीडिया पर मुझे लेकर गलत और अश्लील सामग्री जारी की गई और वेब पोर्टल ने मेरी छवि को नुकसान पहुंचाया जिसके कारण ओलिंपिक में मेरे प्रदर्शन पर असर पड़ा। मुझे नहीं पता कि मैंने इन लोगों का क्या बुरा किया है।’
दुती चंद ने टोक्यो ओलिंपिक-2020 में हिस्सा लिया था लेकिन वह उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई थीं। दुती चंज ने संपादक के अलावा एक आरटीआई कार्यकर्ता प्रदीप प्रधान के ऊपर भी मानिसक प्रताड़ना और आपराधिक धमकी देने के आरोप लगाए हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘प्रधान से भी पूछताछ की जाएगी क्योंकि उनका नाम भी एफआईआर में आया है।’
राउत और प्रधान के अलावा एक अन्य पत्रकार का नाम भी एफआईआर में है। अपनी शिकायत में दुती ने कहा है कि चैनल के सीनियर पत्रकार ने उनसे वो इंटरव्यू न छापने के पैसे मांगे जिसमें उनके परिवार ने कथित तौर पर उनके निजी मुद्दों पर बात की है। दुती चंद ने इसे लेकर कोर्ट का भी रूख किया है और मानहानि का मुकदमा भी दाखिल किया है। उन्होंने इसमें आठ लोगों और एक संस्थान को पार्टी बनाया है जिसमें वेब पोर्टल के संपादक, फेसबुक और गूगल शामिल हैं। भुवनेश्वर में सिविल जज की अदालत ने पोर्टल और संपादक को दुती के खिलाफ गलत खबर चलाने पर रोक लगा दी है। मामले की अगली सुनवाई 15 सितंबर को है।