
नई दिल्ली। आज यानी 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है। आज सेना का 70वां आर्मी डे मना रहा है। जनरल केएम करिअप्पा आजाद भारत के पहले सेना प्रमुख बने थे और उनके सम्मान में आज आर्मी डे मनाया जाता है। तो चलिए आज जानेंगे कोडंडेरा मडप्पा करिअप्पा (केएम करिअप्पा) के बारे में-
-के एम करिअप्पा का जन्म 28 जनवरी 1899 को कर्नाटक में हुआ। उनके पिता कोडंडेरा माडिकेरी में एक राजस्व अधिकारी थे। वे वह अपने परिवार सहित लाइम कॉटेज में रहा करते थे।
-करिअप्पा की प्रारम्भिक शिक्षा माडिकेरी के सेंट्रल हाई स्कूल में हुई। शुरू से ही वह पढ़ाई में बहुत अच्छे थे। उन्हें मैथ्स और चित्रकला बेहद पसंद थी।
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-साल 1917 में स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने मद्रास के प्रेसीडेंसी कालेज में एडमिशन ले लियाएक होनहार छात्र के साथ-साथ वह क्रिकेट, हॉकी, टेनिस के अच्छे खिलाड़ी भी रहे।
-करिअप्पा भारतीय सेना के उन दो अधिकारियों में शामिल हैं जिन्हें फील्ड मार्शल की पदवी दी गई। फील्ड मार्शल सैम मानेकशा दूसरे ऐसे अधिकारी थे, जिन्हें फील्ड मार्शल का रैंक दिया गया था।
-करिअप्पा को ‘कीपर’ के नाम से पुकारा जाता था। वह फील्ड मार्शल के पद पर पहुंचने वाले इकलौते भारतीय है। फील्ड मार्शल और बाद में पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने अयूब खान ने 1946 में उनके तहत काम किया।
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-अमेरिका के राष्ट्रपति हैरी एस। ट्रूमैन ने उन्हें ‘Order of the Chief Commander of the Legion of Merit’ से सम्मानित किया। पूरी ईमानदारी से देश को दी गयी उनकी सेवाओं के लिए भारत सरकार ने साल 1986 में उन्हें ‘Field Marshal’ का पद प्रदान किया।
-Indian Army से साल 1953 में रिटायर होने के बाद करियप्पा ने साल 1954 से 1956 तक न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में बतौर हाई कमिश्नर काम किया।