पंचायत का अजीब फैसला, दो पतियों के बीच में बीवी को बांट दिया

रिपोर्ट- कुमार रहमान

बरेली में पंचों ने दो शौहरों के बीच एक महिला की ज़िंदगी बाट दी। उसे 15-15 दिन दोनों शौहरों के साथ रहने को कहा गया है। पूर्व शौहर ने महिला से उसका साढ़े चार साल का बेटा छीन लिया। अब पीड़ित महिला अपने कलेजे के टुकड़े अपने साढ़े चार साल के मासूम के छिन जाने से परेशान है और जब उसे पुलिस में इंसाफ नहीं मिला तो उसने समाजसेवी निदा खान से मदद की गुहार लगाई है।

nida khan

समाजसेवी निदा खान से मदद की गुहार लगाने पहुंची अर्शी का आरोप है कि उसके पूर्व पति ने उसे अपने घर में पांच दिनों तक कैद रखा। किसी तरह उसने 100 नम्बर पर फोन करके पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने उसे पति की कैद से मुक्त करवाया। अर्शी के मायके वालों ने उसके पति को समझाया और अर्शी को एक बार फिर से उसकी ससुराल भेज दिया गया। शादी के एक साल में ही करीब 10-12 बार पंचायत हुई। जब वो प्रेग्नेंट थी उस वक्त भी उसे पीटा गया।

शादी के चौथे साल में शौहर लईक ने अर्शी को तलाक दे दिया। बेटे के साथ दो साल तक  भटकती रही। फिर बरेली में दूसरी शादी कर नई जिंदगी शुरू की। पिछले साल पूर्व शौहर लईक बेटा छीन ले गया। समझौते का प्रयास किया तो पंचों ने अजीब शर्त रखी। बोले, 15-15 दिन दोनों शौहरों के साथ रह लो। पुलिस में भी उसकी सुनवाई नहीं हुई।

वहीं समाजसेवी निदा खान का कहना है कि वो एसएसपी से मिल अर्शी को न्याय दिलवाएंगी। निदा का कहना है कि बच्चा काफी छोटा है और साढ़े चार साल का है उसे मां की जरूरत है इसलिए बच्चा अर्शी को ही मिलना चाहिए।

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इस मामले में एसपी ग्रामीण डॉ. सतीश कुमार का कहना है कि पीड़िता ने अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है न वो थाने गई है न ही उनके पास आई है। अगर महिला उनके पास आती है तो उसकी सुनवाई जरूर होगी।

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