सूबे में नोटबंदी जैसे हालात, खाली हुए ATM, बैंक दे रहे…

देहरादून। देश के कई हिस्सों में कैश की किल्लत ने नवंबर 2016 की याद ताजा कर दी है। देश के कई राज्यों में एटीएम, बैंक में पैसा नहीं है। जिसके कारण लोगों को कैश के लिए चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। हालांकि, सरकार की तरफ से लगातार कहा जा रहा है कि कोई दिक्कत नहीं है, बैंकों में भरपूर कैश है। खासकर उत्तराखंड में नोटबंदी जैसे हालात हो गए हैं। वजह कुछ भी हो इससे आम आदमी की चिंताएं बढ़ गयी हैं।

नोटबंदी

शादी-विवाह आदि को लेकर लोगों को इन दिनों कैश के लिए बैंक आना पड़ रहा है। पौड़ी में एसबीआई के आधा दर्जन से अधिक एटीएम में कैश नहीं है, जिसके कारण लोग एटीएम से भी बैंरग लौट रहे हैं। वहीं दूसरी ओर बैंक में खाताधारक को पांच हजार से अधिक नहीं मिल पा रहा है।

यह भी पढ़ें:- गरीब सवर्णों के हिमायती बने पासवान, आरक्षण के लिए बुलंद की आवाज

पर्वतीय इलाकों में बैंक जहां पांच हजार रुपये से ज्यादा कैश नहीं दे रहे हैं, वहीं एटीएम खाली पड़े हैं। गढ़वाल मंडल के पौड़ी, चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में कैश संकट बहुत ज्यादा गहरा गया है।

बुधवार को उतरकाशी में स्थित गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुलने जा रहे हैं। लेकिन उसके बाद भी बैंक प्रबंधन ने अब तक एटीएम नगदी नहीं डाली गयी है।

गोपेश्वर में स्टेट बैंक के प्रबंधक एमएल टमटा कहते हैं कि आरबीआई से कम मात्रा में रकम आ रही है। दिन तीन पहले सौ करोड रुपया आया था जो सभी बैंकों को दिया गया। तीन दिन में ही खत्म हो गया। नया पैसा एकाध दिन में आ जाएगा।

यह भी पढ़ें:-दुष्कर्म पीड़िता की पहचान बताने पर मीडिया संस्थानों को देने होंगे 10 लाख

वहीँ नई टिहरी के बैंकों और एटीएम में कैश की भारी किल्लत बनी हुई है। मंगलवार को 12 एटीएम में कैश नहीं मिला। कई एटीएम में ताले लटके मिले। कैश निकालने के लिए लोग लाइन में लगे हुए थे।

रुद्रप्रयाग में बैंकों में स्वैप मशीन भी बंद कर दी गई है। बैंकों के मुताबिक कैश न होने से मशीनों का उपयोग नहीं किया जा रहा है जिससे अधिकांश बैंकों में लगी स्वैप मशीनें महज शो-पीस बनी हैं।

देखें वीडियो:-

LIVE TV