विधायकों की खरीद-फरोख्त में मोदी का हाथ : सिद्धारमैया

बेंगलुरू। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह विधायकों की खरीद-फरोख्त को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 12 मई को हुए विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने पर भाजपा कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) के विधायकों को प्रलोभन देकर अपनी पार्टी में मिलाने की जुगत में है।

सिद्धारमैया

सिद्धारमैया ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मोदी और शाह भाजपा नेताओं को हमारी पार्टी और जेडी(एस) के विधायकों को तोड़ने के लिए उकसा रहे हैं और वे हमें राज्य में अगली सरकार बनाने से रोकना चाहते हैं।”

सिद्धारमैया ने दृढ़ता के साथ कहा कि उनकी पार्टी भाजपा को किसी भी कीमत पर सरकार बनाने नहीं देगी और कांग्रेस का कोई भी विधायक भाजपा के साथ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, “हम अपने विधायकों की सुरक्षा के उपाय में जुटे हैं और कोई भी विधायक भाजपा में नहीं जाएगा।”

बता दें भाजपा को बहुमत साबित करने के लिए सिर्फ आठ विधायकों के समर्थन की जरूरत है।

कर्नाटक में 222 सीटों के लिए घोषित परिणाम में से 104 पर भाजपा उम्मीदवार विजयी हुए हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में 78 सीटें गई हैं और जेडी(एस) गठबंधन 38 सीटों पर कब्जा करने में कामयाब रहा है। जेडी(एस) गठबंधन में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) भी शामिल है।

सिद्धारमैया ने बताया, “हमने जेडी(एस) को इसके नेता एच.डी. कुमारस्वामी के बतौर मुख्यमंत्री नई सरकार बनाने के लिए समर्थन दिया है। हमारे पास 118 विधायक हैं। इसलिए राज्यपाल वाजूभाई आर. वाला को हमारे गठबंधन को भाजपा से पहले बुलाना चाहिए, क्योंकि भाजपा के पास बहुमत नहीं है।”

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चुनाव के बाद गठबंधन बनाने वाली दोनों पार्टियों के नेता मंगलवार शाम वाला से मिले और उन्होंने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्य के ऊर्जा मंत्री और कांग्रेस विधायक डी. के. शिवकुमार ने कहा कि पार्टी के विधायक सुरक्षित हैं और कोई भाजपा में जाने को तैयार नहीं है।

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कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल की यहां बैठक हुई और उसमें कुमारस्वामी को समर्थन करने का सर्वसम्मति से फैसला लिया गया। कुमारस्वामी जेडी(एस) के टिकट पर विजयी हुए हैं।

आजाद ने कहा, “हमने राज्यपाल से अपना प्रस्ताव और सरकार बनाने के दावे का समर्थन करने के लिए पार्टी विधायक दल की चिट्टी उन्हें सौंपने के लिए समय मांगा है।”

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