
नई दिल्ली। त्रिपुरा में रूसी क्रांति के महानायक ब्बलादिमीर लेनिन और तमिलनाडु में दलित विचारक पेरियार के बाद अब दक्षिण कोलकाता में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
जनसंघ के नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति पर कालिख पोतने के बाद उसे हथौड़े से तोड़ दिया गया है। आपको बता दें कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की थी। प्रधानमंत्री ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि वह इस तरह की घटना का कतई समर्थन नहीं करते हैं।
पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्रालय ने भी इस मामले में सख्ती दिखाई है। गृह मंत्रालय की तरफ से सभी राज्यों को इस तरह के मामले में सख्ती से निपटने की बात कही गई है। इस घटना को लेकर पीएम ने गृहमंत्री से बातचीत की है।
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आपको बता दें कि 3 मार्च को चुनावी नतीजे आने के बाद ही त्रिपुरा के कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। आरोप है कि बीजेपी समर्थकों ने साउथ त्रिपुरा डिस्ट्रिक्ट के बेलोनिया सब डिवीजन में बुलडोजर की मदद से रूसी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति को ढहा दिया गया था।
वहीं वामपंथी दल और उनके कैडर नायक लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने के बाद से आक्रोश में आ गए हैं। लेकिन मामला यहीं नहीं थमा, इसके बाद फिर से मंगलवार को त्रिपुरा में ही लेनिन की एक और मूर्ति गिराने की बात सामने आई थी।
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त्रिपुरा के बाद तमिलनाडू में बड़े समाज सुधारक रहे पेरियार की मूर्ति को भी तोड़ दिया गया। इस घटना के बाद कोयंबटूर में कुछ अज्ञात लोगों ने बीजेपी ऑफिस पर पेट्रोल बम फेंकना शुरू कर दिया। हालंकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। खबर है कि बीजेपी नेता एच. राजा की एक फेसबुक पोस्ट के बाद पेरियार की मूर्ति तोड़ी गई है।