परिवहन विभाग में घोटाले पर छिड़ी जंग, मंत्री ने की बैठक

परिवहन विभागदेहरादून। सूबे के परिवहन विभाग में चल रहे घोटाले का स्पष्ट मामला सामने आया है। विभाग में हुए घोटालों से सब अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रहे है और कर्मचारी और अधिकारी आपस में ही यानि एक दूसरे पर अपने-अपने आरोपों को थोप रहे हैं। इसके चलते मिनिस्ट्रीयल कर्मचारी संगठन ने खुद ही विभाग में घोटाला होने की बात कही है। वहीं, दूसरी तरफ आला अधिकारियों ने इस बात को खारिज किया है।

रजिस्ट्रेशन करने से कार्यालय को हानि

परिवहन विभाग में डीलर पॉएंट के जरिए रजिस्ट्रेशन करने को विभाग में खुला युद्ध छिड़ गया है। कर्मचारियों का कहना है कि उत्तराखंड के परिवहन विभाग में डीलर पॉएंट द्वारा नई गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन करने से कार्यालय को क्षति पहुंच रही है। उनका कहना है कि देहरादून आरटीओ ऑफिस में इस प्रक्रिया में एक करोड़ 20 लाख रुपए के राजस्व का नुक्सान हुआ है।

परिवहन सचिव डी सैंथिल पांडियन ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि यह आंकड़े बिल्कुल स्वभाविक नहीं हैं। पांडियन का कहना है कि जो कर्मचारी गलत आकड़े पेश कर रहे हैं या किसी तरह का आरोप लगा रहे हैं, यह उनकी सरा सर साजिश है। ऐसे में उन सभी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

वहीं, परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और मिनिस्ट्रीयल कर्मचारी संगठन और अफसरों की बैठक की जाने के लिए एक साथ बुलाया गया। सभी विषयों पर विचार विमर्ष के बाद मंत्री ने 16 अक्टूबर से डीलर पॉएंट के जरिए रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी है।

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