चुनाव अभियान के लिए लीबिया से रकम लेना फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति को पड़ा भारी

पेरिस। फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को वर्ष 2007 में राष्ट्रपति चुनाव अभियान में लीबिया के पूर्व तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी से धन लेने के आरोप में पूछताछ के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया है। दैनिक ले मोंडे की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सरकोजी (63) को नानटेरे पुलिस स्टेशन में तलब किया गया और 2007 राष्ट्रपति चुनाव अभियान में धन मिलने के मामले ‘अनियमितता’ को लेकर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। सरकोजी ने यह चुनाव जीता था।

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निकोलस सरकोजी

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इस मामले में जांच अप्रैल 2013 को शुरू हुई थी लेकिन यह पहली बार है कि सरकोजी से पूछताछ की जा रही है। सरकोजी पर आरोप लगे हैं कि उनके चुनाव अभियान में लीबिया के शासक गद्दाफी ने अवैध धन लगाया था। उन्होंने हालांकि इन आरोपों से इनकार किया है।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में कई हफ्ते पहले सरकोजी के पूर्व सहयोगी अलेक्जेंद्र जोहरी को लंदन में गिरफ्तार किया गया था और बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया था। सरकोजी के पूर्व मंत्री और करीबी सहयोगी ब्रिस होर्टेफ्यूक्स से भी मंगलवार को पूछताछ की गई।

पूर्व राष्ट्रपति को मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने से पहले पुलिस की हिरासत में 48 घंटे तक रहना पड़ सकता है।

फ्रांस का कानून उम्मीदवार को 6300 पाउंड से ज्यादा नगदी लेने की इजाजत नहीं देता, लेकिन कहा जा रहा है कि उस चुनाव में पनामा व स्विट्जलैंड के बैंकों के माध्यम से काफी धन दिए गए।

रिपोर्ट के अनुसार, पेरिस में सार्वजनिक हुए एक दस्तावेज से पता चला है कि फ्रांस के नेता और लीबिया के पूर्व तानाशाह ने एक अवैध वित्तीय सौदा किया था।

अरबी में लिखे और वर्ष 2006 में गद्दाफी के खुफिया प्रमुख मुसा कुसा द्वारा हस्ताक्षरित इस दस्तावेज में ‘सरकोजी के अभियान को समर्थन देने के लिए लगभग 5 करोड़ यूरो के बराबर धन देने के बारे में सैद्धांतिक समझौता किया गया था।’

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