लखनऊ दुबग्गा हत्याकांड: दुष्कर्म आरोपी की जमानत पर रिहाई के बाद पीड़िता के भाई की निर्मम हत्या, परिवार ने लगाए गंभीर आरोप

लखनऊ के दुबग्गा क्षेत्र में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 20 वर्षीय युवक की शनिवार रात बेरहमी से हत्या कर दी गई और उसका क्षत-विक्षत शव गांव के पास रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया।

परिवार का आरोप है कि यह हत्या अगस्त 2024 में युवक की नाबालिग बहन से दुष्कर्म के आरोपी आलोक और उसके साथियों ने की है, जो दिसंबर 2024 में जमानत पर जेल से रिहा हो गया था। आरोपी लगातार मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहा था और परिवार को धमकियां दे रहा था। पुलिस ने परिवार की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन परिवार का कहना है कि पहले की मौखिक शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

घटनाक्रम: जमानत के बाद बदला लेने की आशंका

अगस्त 2024 में दुबग्गा थाना क्षेत्र के बिजनौर गांव में 17 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ आलोक नामक आरोपी ने दुष्कर्म किया था। पीड़िता के भाई ने तत्काल थाने में मुकदमा दर्ज कराया, जिसके बाद आलोक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। दिसंबर 2024 में जमानत मिलने के बाद आलोक ने परिवार पर मुकदमा वापस लेने का दबाव शुरू कर दिया। परिवार का दावा है कि आरोपी और उसके तीन साथी कई दिनों से धमकियां दे रहे थे, और उन्होंने स्थानीय पुलिस को मौखिक शिकायत भी की थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

शनिवार शाम युवक घर से अकेला निकला था। रात करीब 8:30 बजे ग्रामीणों ने रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत शव देखा और पुलिस को सूचना दी। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने इसे ट्रेन से कटने का मामला माना, लेकिन परिवार ने हत्या का आरोप लगाया। रविवार सुबह घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर युवक के जूते मिले, जो संदेह को और गहरा देते हैं। परिवार ने कहा कि युवक कभी उस रेलवे ट्रैक पर नहीं जाता था, इसलिए शव वहां फेंका गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण ‘शॉक और हेमरेज’ बताया गया, जो मारपीट से जुड़ा लगता है।

परिवार का दर्दभरा आरोप: ‘धमकियां दे रहे थे, पुलिस ने नहीं सुनी’

पीड़िता की मां ने बताया, “आलोक जमानत पर छूटने के बाद रोज आता और मुकदमा वापस लेने की धमकी देता। हमने दुबग्गा थाने में मौखिक शिकायत की थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। मेरे बेटे को मारकर शव ट्रेन के नीचे फेंक दिया, ताकि हत्या साबित न हो।” भाई की हत्या से परिवार सदमे में है, और वे न्याय की गुहार लगा रहे हैं। यह घटना दुष्कर्म पीड़ित परिवारों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है।

पुलिस की कार्रवाई: मुकदमा दर्ज, सभी पहलुओं पर जांच

दुबग्गा थाने के इंस्पेक्टर अभिनव कुमार ने बताया कि परिवार की तहरीर पर आलोक और उसके तीन अज्ञात साथियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने कहा, “पहली सूचना ट्रेन दुर्घटना की थी, लेकिन परिवार के आरोपों के आधार पर हत्या की जांच चल रही है।

फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है, और आरोपी की तलाश में टीमें लगी हैं।” पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स और गवाहों के बयान इकट्ठा करने शुरू कर दिए हैं। आरोपी आलोक को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है।

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