
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को अमेरिका से रूस के तेल क्षेत्र पर सख्त प्रतिबंध बढ़ाने और लंबी दूरी की मिसाइलें प्रदान करने की अपील की, ताकि यूक्रेन रूस के खिलाफ प्रभावी जवाबी कार्रवाई कर सके। जेलेंस्की ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रोसनेफ्ट और लुकोइल जैसी दो रूसी तेल कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंध एक बड़ा कदम हैं, लेकिन इन्हें पूरे रूसी तेल क्षेत्र तक विस्तारित करना जरूरी है।
उन्होंने टॉमहॉक जैसी लंबी दूरी की मिसाइलों की मांग की, जो रूस के गहन इलाकों पर हमला करने में सक्षम होंगी। यह अपील ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की मेजबानी में लंदन में यूरोपीय नेताओं के साथ बैठक के दौरान दी गई, जहां यूक्रेन को भविष्य में रूसी आक्रमण से बचाने के लिए ‘रीअश्योरेंस फोर्स’ की रूपरेखा पर चर्चा हुई।
जेलेंस्की ने कहा, “हमें केवल रोसनेफ्ट और लुकोइल पर नहीं, बल्कि सभी रूसी तेल कंपनियों पर दबाव डालना चाहिए। हम खुद ड्रोन और मिसाइलों से रूसी तेल क्षेत्र को निशाना बना रहे हैं।” यह बयान लंदन के फॉरेन ऑफिस में दिए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आया, जहां स्टार्मर ने कहा कि पुतिन ने शांति वार्ता का मौका ठुकरा दिया है और यूक्रेन पर अव्यवहारिक मांगें रखी हैं। नाटो महासचिव मार्क रुट्टे ने कहा कि पुतिन अब पैसे, सैनिकों और विचारों की कमी से जूझ रहे हैं। बैठक में डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन और डच प्रधानमंत्री डिक शूफ सहित 20 से अधिक नेता वीडियो लिंक से जुड़े।
बैठक में ‘कोअलिशन ऑफ द विलिंग’ के तहत यूक्रेन की बिजली ग्रिड को रूसी ड्रोन-मिसाइल हमलों से बचाने, हवाई रक्षा मजबूत करने और लंबी दूरी की हथियारों की आपूर्ति पर जोर दिया गया। ब्रिटिश रक्षा मंत्री जॉन हीली ने कहा कि यह ‘रीअश्योरेंस फोर्स’ आकाश और समुद्र की सुरक्षा करेगी तथा यूक्रेनी सेना को प्रशिक्षित करेगी। स्टार्मर ने कहा कि रूस का तेल-गैस को वैश्विक बाजार से हटाना और फ्रोजन रूसी संपत्तियों से यूक्रेन को ऋण देने पर तेजी से काम होगा। जेलेंस्की ने कहा कि सर्दी नजदीक आ रही है, इसलिए बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर की रक्षा जरूरी है।
ट्रंप-पुतिन की बुडापेस्ट बैठक टलने से शांति प्रयास अटक गए हैं। ट्रंप ने कहा कि पुतिन से जल्द मुलाकात “समय की बर्बादी” होगी। यह फैसला रूसी विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के बीच फोन कॉल के बाद आया, जहां मॉस्को ने तत्काल युद्धविराम ठुकरा दिया। पुतिन ने यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्रों पर पूर्ण कब्जे की मांग रखी, जबकि ट्रंप ने वर्तमान सीमाओं पर युद्धविराम का समर्थन किया।
उधर, रूसी अधिकारी किरिल दिमित्रिएव वाशिंगटन पहुंचे हैं। वे ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ से शनिवार को मियामी में मुलाकात करेंगे। दिमित्रिएव ने कहा कि यह बैठक अमेरिकी आमंत्रण पर हो रही है और अमेरिका-रूस संबंधों पर चर्चा होगी। दिमित्रिएव ने कहा कि जेलेंस्की का युद्ध रेखाओं पर युद्धविराम का प्रस्ताव एक कदम आगे है।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि पिछले हफ्ते 10 यूक्रेनी गांवों पर कब्जा किया गया। खेरसोन में हमलों से 2 मौतें और 22 घायल हुए, जबकि खार्किव और ओडेसा में मिसाइल-ग्लाइड बम हमले हुए। यूक्रेन ने रूसी ड्रोन गिराए, लेकिन रूस ने यूक्रेनी हमलों को नाकाम बताया।





