जानिए… अंगूर का वह स्वरुप, जिसके सेवन से मिटते हैं असाध्यज रोग

किशमिशअंगूर को एक विशेष प्रक्रिया के तहत सुखाकर किशमिश बनाया जाता है। इस लिए इसमें अंगूर के गुण भी पाये जाते हैं। किशमिश का इस्तेमाल मुख्य रूप से मिठाईयों, खीर, और दूसरी मीठी चीजों को सजाने के लिए किशमिश का प्रयोग किया जाता है। किशमिश को सूखा मेवा भी कहा जाता है। आज हम किशमिश का सेवन और इसके फायदों के विषय में जानेंगे जो ज्‍यादातर लोग नही जानते।

वजन घटाने में सहायक

किशमिश का सेवन सीधे तौर पर वजन घटाने के लिए नहीं होता है लेकिन शरीर को स्वस्थ रखने में इसकी बड़ी भूमिका होती है। किशमिश खाने से ब्लेड बनता है,  वायु,  पित्त और कफ दोष दूर होता है।

सेवन से मिटते हैं असाध्‍य रोग

किशमिश में मौजूद शर्करा शरीर में आसानी से पच जाती है| परिणाम स्वतरूप शरीर को शक्ति और स्फूर्ति प्राप्त होती है। किशमिश पूरी तरह से कोलेस्ट्रॉ ल मुक्त होता है। किशमिश में घुलनशील फाइबर बहुत अधिक मात्रा में होता है। यह घुलनशील फाइबर कोलेस्ट्रॉ ल को बढ़ने से रोकता है| इसके अलावा किशमिश पोलीफेनोल्स एंजाइम को भी दबाता है जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल को सोखने के लिए जिम्मेदार होता है।

हाजमें को दुरूस्तश रखता है

रोज किशमिश का सेवन करने से आपका हाजमा ठीक रहता है और पाचन तंत्र भी सुचारू रूप से कार्य करता है| इसमें लैक्सटिव के रूप में कार्य करती है। यह पेट में जाकर पानी को अवशोषित करती है, जिसके फलस्वरूप कब्जक से राहत मिलती है| किशमिश में पाये जाने वाले फाइबर गैस्ट्रोइंटेस्टिनल मार्ग से विषाक्त और अपशिष्टप पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।

कैल्शियम का भरपूर श्रोत है

मोटे लोगो की हड्डियां कमजोर होती है। शरीर का ज्यादा वजन भी हड्डियों को कमजोर औऱ दुर्बल बनाता है। अगर आप वजन कम कर रहे हो तो सारे आहार वजन कम करने वाले नहीं लेने चाहिए, ये तरीका आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। आपको कुछ ऐसे आहार शामिल करने चाहिए जो आपको ऊर्जा दे सके। इसके लिए किशमिश सबसे बेहतर विकल्प है।

अगर आप शक्कर बिल्कुल भी नहीं लेते हो तो भी यह आपके शरीर में ग्लूकोज का स्तर बनाए रखती है। यह कैल्शियम का अच्छा स्रोत हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है|

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