संसद के शीतकालीन सत्र का आज छठा दिन है. आज से सदन की कार्रवाई सामान्य रूप से चलेगी. लोकसभा और राज्यसभा में पांचवें दिन भी विपक्ष ने अडानी और संभल मुद्दे को लेकर हंगामा किया था

लोकसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत-चीन मुद्दे पर बयान दिया है ,जयशंकर ने कहा कि एलएसी पर फिलहाल हालात सामान्य हैं। कूटनीतिक पहल से सीमा पर हालात सामान्य हुए हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और चीन के बीच सहमति बनी है कि यथास्थिति में एकतरफा बदलाव नहीं किया जाएगा और साथ ही दोनों देशों के बीच पुराने समझौतों का पालन किया जाएगा। सीमा पर शांति के बिना भारत-चीन के संबंध सामान्य नहीं रह सकते।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “सदन जून 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़पों की परिस्थितियों से अच्छी तरह परिचित है। उसके बाद से हम ऐसे हालात का सामना कर रहे हैं, जहां 45 सालों में इतनी मौतें हुई हैं. इस घटना के बाद हमें स्तविक नियंत्रण रेखा के करीब भारी हथियारों की तैनाती करनी पड़ी थी.विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “चीन ने 1962 के संघर्ष और उससे पहले की घटना के परिणामस्वरूप अक्साई चिन में 38,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर अवैध कब्ज़ा कर रखा है.
इसके अलावा पाकिस्तान ने 1963 में अवैध रूप से भारतीय क्षेत्र चीन को सौंप दिया था, जो 1948 से उसके कब्जे में है. भारत और चीन ने सीमा मुद्दे को हल करने के लिए कई दशकों तक बातचीत की है. जबकि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) में कुछ क्षेत्रों में आम समझ नहीं है. हम सीमा समझौते के लिए एक निष्पक्ष, उचित और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य ढांचे पर पहुंचने के लिए द्विपक्षीय चर्चाओं के माध्यम से चीन के साथ जुड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं.