सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए अधिकारियों ने किया मंथन

रिपोर्ट- सुनील सोनकर   

मसूरी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट रिस्पना नदी के पुनःजीवन को लेकर संबधित अधिकारियों ने मंथन करना शुरू कर दिया है। वहीं 21 और 22 जूलाई को होने वाले विशाल वृक्षारोपण को लेकर भी कार्यवाही शुरू कर दी गई है। वृक्षारोपण को किये जाने को लेकर रिस्पना नदी के आसपास करीब ढाई लाख से जयादा गड्डे तैयार किये जा चुके है।

वृक्षारोपण

बतााया जा रहा है वृक्षारोपण कार्यक्रम में प्रशासनिक अमले के साथ स्कूली बच्चों, वन विभाग, मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण और इको टास्क फोर्स के जवान एक साथ मिलकर वृक्षारोपण के कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे और एक ही दिन में विभिन्न प्रजाति के पानी को संरक्षण करने वाले करीब ढाई लाख पौधे लगाये जाएंगे। वही रिस्पना नदी के उद्रम क्षेत्र मौसी फाल के पास चमासारी गांव के ग्रामीण भी इस पूरे प्रोजेक्ट में अपनी प्रतिभागिता निभाएंगे। वह उनके द्वारा हाल में ही रिस्पना नदी के उद्रम क्षेत्र में करीब पचांस हजार पौधे लगाए गए है।

जिलाधिकारी एस.ए. मुरुगेशन ने कहा कि रिस्पना नदी के पुनःजीवित की योजना के तहत योजना को पांच भागों में बांटा गया है जिसके तहत पहला भाग 21 और 22 जुलाई को होने वाले विशाल वृक्षारोपण है जिसमें करीब डेढ़ लाख विभिन्न पर्यावरण और जल को सुरक्षित करने वाले प्रजाति के पेड़ लगाये जाएंगे। जिसके लिये गड्डे खोदने का काम लगभग पूरा हो गया है। उन्होने कहा कि अगले चरण में रिस्पना नदी के आसपास हो रखे अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही की जाएगी वही नदी को साफ सुथरा रखने के लिये भी सफाई अभियान चलाया जाएगा।

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मसूरी डीएफओ कहकंशा नसीम ने बताया कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट गढवाल में रिस्पना नदी और कुमायू में कोसी नदी को पुनः जीवित करने की योजना को सफल करने के लिए वन विभाग द्वारा कार्य योजना तैयार की गई है वही नदी के आसपास विशाल स्तर में वृक्षारोपण की कार्यवाही अमल में लाई जा रही है वही नदी के आसपास के लोगो के नदी में साफ सफाई के साथ उसपर अतिक्रमण ना करने का आग्रह किया गया है। उन्होंने बताया की पानी को संरक्षण करने वाले पेड़ की प्रजाति के पौधे लगाने का काम किया जा रहा है।

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