नीतीश कुमार द्वारा एनडीए से अलग होकर RJD के साथ बिहार में सरकार बनाने के बाद उनकी पार्टी के विधायक भाजपा में शामिल हो रहे हैं। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को राष्ट्रीय स्तर पर झटका लग रहा है। अरुणाचल प्रदेश के बाद अब मणिपुर में भी जदयू के विधायकों ने नीतीश कुमार का साथ छोड़ कर 6 विधायकों में से 5 विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। यह पहला मौका नहीं है जब पूर्वोत्तर के राज्यों में जदयू के विधायकों ने पार्टी का साथ छोड़ा है इसके पहले भी कई ऐसे मौके आए जिसमें जदयू के विधायकों ने नीतीश कुमार का साथ छोड़ BJP में शामिल हुए हैं जिसको लेकर जदयू के द्वारा नाराजगी भी जाहिर की गई थी।

बिहार में JDU के NDA में रहते हुए साल 2019 में अरुणाचल प्रदेश में जदयू की 7 सीटों पर जीत हुई थी। इसके बाद में जदयू के 6 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। दरअसल पार्टी के अध्यक्ष ललन सिंह जदयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में यदि उन्हें कई राज्यों में चुनाव भी जीता बिहार से बाहर हाल के दिनों में JDU की सबसे बड़ी जीत मणिपुर में हुई थी।
आपको बता दें, इसी साल मणिपुर में हुए विधानसभा चुनाव में जेडीयू के छह विधायक चुनाव जीत कर आए थे। जिसमे चुराचांदपुर से एलएम खाओते, जिरीबम से मो. अचब उद्दीन, तिपाईमुख से नुंगरुसांगलूर सनाते, लिलोंग से मो. अब्दुल नासिर और थंगमेईबंद से खुमुकचन जॉयकिशन ने अब जदयू का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया है. एक विधायक को लिगोंग से जीत कर आए थे मोहमद अब्दुल नासिर अभी भी जेडीयू में हैं।

अरुणाचल प्रदेश में भी JDU विधायक बीजेपी में हुये थे शामिल
JDU के इन 5 विधायकों ने मणिपुर विधानसभा को मर्जर का पत्र सौंप दिया था जिसके बाद मणिपुर विधानसभा से भी इसकी स्वीकृति दे दी गई है। BJP मणिपुर के फेसबुक पेज पर JDU से बीजेपी मर्ज होने का लेटर जारी किया गया। इसके पहले 25 अगस्त को ही जदयू को एक बड़ा झटका लगा था जब अरुणाचल प्रदेश में जदयू के एकमात्र विधायक तेकी कासो जो जेडीयू के सिंबल से चुनाव जीत कर आए थे वे जेडीयू छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे।
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