
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू ने कतर की राजधानी दोहा में हमास नेताओं पर हाल के सैन्य हमले का बचाव करते हुए इसे अमेरिका के 9/11 हमलों के बाद की कार्रवाई से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि 7 अक्टूबर 2023 का हमास हमला इजरायल के लिए ‘9/11 जैसा क्षण’ था।

नेतन्याहू ने कतर पर हमास को सुरक्षित पनाह देने और आतंकवादियों को वित्तीय मदद देने का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि आतंकवादियों को शरण देने वाले देशों को उन्हें या तो निष्कासित करना होगा या न्याय के कटघरे में लाना होगा, वरना इजरायल स्वयं कार्रवाई करेगा।
नेतन्याहू ने 10 सितंबर को यरुशलम में अमेरिकी दूतावास में दिए भाषण में कहा, “हमने वही किया जो अमेरिका ने अल-कायदा के खिलाफ अफगानिस्तान में और ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में मारकर किया।”
उन्होंने दोहा हमले को “पूरी तरह उचित” बताया, क्योंकि यह 7 अक्टूबर के हमले के लिए जिम्मेदार हमास नेताओं को निशाना बनाता था। हालांकि, कतर ने इस हमले को “कायरतापूर्ण” और अंतरराष्ट्रीय कानून का “घोर उल्लंघन” करार दिया, जबकि अमेरिका ने इसे “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया और कहा कि यह शांति वार्ता को बढ़ावा नहीं देता।