
अमेरिका के सबसे बड़े शहर न्यूयॉर्क के नवनिर्वाचित मेयर जोहरान मामदानी ने अपनी ऐतिहासिक जीत के बाद समर्थकों को संबोधित करते हुए भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के प्रसिद्ध ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ भाषण से उद्धृत किया।
34 वर्षीय डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट मामदानी ने पूर्व न्यूयॉर्क गवर्नर एंड्र्यू कुओमो को हराकर यह चुनाव जीता, और वे शहर के पहले मुस्लिम, भारतीय मूल के तथा अफ्रीका में जन्मे व्यक्ति बन गए हैं। यह जीत डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रोग्रेसिव धड़े के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।
नेहरू उद्धरण से प्रेरित विजय भाषण: ‘न्यूयॉर्क ने पुराने से नए की ओर कदम बढ़ाया’
विजय भाषण में मामदानी ने नेहरू के शब्दों का हवाला देते हुए कहा, “आपके सामने खड़े होकर मुझे जवाहरलाल नेहरू के शब्दों की याद आ रही है। इतिहास में ऐसा क्षण दुर्लभ आता है जब हम पुराने से नए की ओर कदम बढ़ाते हैं, जब एक युग समाप्त होता है और राष्ट्र की लंबे समय से दबी हुई आत्मा अपनी अभिव्यक्ति पाती है।” उन्होंने जोड़ा, “आज रात न्यूयॉर्क ने ठीक यही किया है।” मामदानी ने कहा कि यह नया दौर न्यूयॉर्कवासियों को “स्पष्टता, दृष्टि और साहसिक नेतृत्व” देगा, न कि बहाने। नेहरू का यह उद्धरण उनकी मुहिम के मुख्य थीम—परिवर्तन और नवीनीकरण—को रेखांकित करता है।
मामदानी का ऐतिहासिक सफर: भारतीय जड़ों से अमेरिकी राजनीति तक
उगांडा में भारतीय मूल के माता-पिता की संतान मामदानी बचपन में न्यूयॉर्क चले आए और क्वींस बोरों में पले-बढ़े, जहां से उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। उनकी मां मशहूर फिल्म निर्देशक मीरा नायर हैं, जिन्होंने बेटे की जीत पर बधाई दी। 1 जनवरी 2025 को पदभार संभालने वाले मामदानी शहर के एक सदी से अधिक समय के सबसे युवा मेयर होंगे। उनकी मुहिम ने आवास सुधार, अमीरों पर टैक्स बढ़ाकर कल्याण योजनाओं को मजबूत करने और कार्यकर्ता वर्ग को सशक्त बनाने पर जोर दिया।
भाषण में उन्होंने ट्रंप को निशाना बनाते हुए कहा, “डोनाल्ड ट्रंप, अगर आप देख रहे हैं, तो आपके लिए चार शब्द हैं: वॉल्यूम ऊपर करो।” मामदानी ने न्यूयॉर्क को “राजनीतिक अंधेरे में प्रकाश” बताया।
विविध प्रतिनिधित्व की मिसाल: प्रोग्रेसिव डेमोक्रेट्स की जीत
मामदानी की जीत विविधता की मिसाल है—पहले मुस्लिम मेयर के रूप में उन्होंने कहा, “मैं युवा हूं और मुस्लिम हूं, मुस्लिम होने के लिए माफी नहीं मांगूंगा।” भाषण में उन्होंने इमिग्रेंट्स, ट्रांस कम्युनिटी, ब्लैक महिलाओं और सिंगल मदर्स का जिक्र किया। विजय भाषण के अंत में बॉलीवुड गाना ‘धूम मचाले’ बजने से भारतीय संस्कृति का रंग झलका।
यह जीत डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रोग्रेसिव विंग की ताकत दिखाती है, जहां मामदानी ने कुओमो और रिपब्लिकन कर्टिस सिल्वा को 50.4% वोटों से हराया।





