पुनर्वास कार्यो में मंत्रियों को शामिल होना चाहिए : चांडी

तिरुवनंतपुरम| कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओमान चांडी ने शनिवार को केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को यह सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा कि धन जुटाने के लिए राज्य के मंत्रियों की प्रस्तावित विदेश यात्रा फिलहाल टाल दी जाए और मंत्री इसकी अपेक्षा बाढ़ प्रभावित राज्य में पुनर्वास कार्यक्रम की अगुआई करें।

तिरुवनंतपुरम, 1 सितम्बर (आईएएनएस)| कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओमान चांडी ने शनिवार को केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को यह सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा कि धन जुटाने के लिए राज्य के मंत्रियों की प्रस्तावित विदेश यात्रा फिलहाल टाल दी जाए और मंत्री इसकी अपेक्षा बाढ़ प्रभावित राज्य में पुनर्वास कार्यक्रम की अगुआई करें। राज्य में सदी की सबसे प्रलयकारी बाढ़ में 483 लोगों की मौत हो गई है और संपत्ति का अनुमानित नुकसान 37,000 हजार करोड़ रुपये है जो राज्य की वार्षिक व्यय के बराबर है। इस दौरान राज्य के 14.5 लाख लोग 3,000 से ज्यादा राहत शिविरों में थे।  चांडी ने कहा, "आज सबसे जरूरी काम बाढ़ से प्रभावित हुए 10 लाख से ज्यादा लोगों के पुनर्वास को जल्द से जल्द पूरा करना है।"  उन्होंने कहा, "इसके लिए राज्य के हर मंत्री को यह सुनिश्चित करना होगा कि जनता को पेयजल, साफ घर, परिसर और स्वास्थ्य सेवाएं एवं जरूरतें उपलब्ध हो रही हैं कि नहीं और इसलिए धन इकट्ठा करने के लिए मंत्रियों की कथित विदेश यात्रा को टाल दिया जाना चाहिए।"  विजयन ने शुक्रवार को घोषणा करते हुए कहा था कि राज्य के मंत्री आर्थिक सहायता लेने के लिए 14 देशों के दौरों पर जाएंगे, उस धन का उपयोग राज्य की पुनस्र्थापन में किया जाएगा।  पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "अब, सुनने में आया है कि जिस 10,000 करोड़ रुपये की राशि को प्रत्येक परिवार को देने की घोषणा की गई है, वह उन्हें नहीं दी जा रही है। यह सही नहीं है और जनता की परेशानियों को सिर्फ नुकसान नहीं मानना चाहिए।"  उन्होंने कहा, "और, कई घरों में घरेलू और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नष्ट हो गए, इनकी आपूर्ति भी होनी चाहिए। पीड़ितों को अभी तक निशुल्क राशन नहीं मिला है और यह सभी लोगों को कम से कम एक महीने के लिए उपलब्ध कराना चाहिए।"  चांडी ने विजयन से खाद्य एवं रसद का भंडारण करने वाले लघु व्यापारियों के एक धड़े के नुकसान की भरपाई करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करे कि जनता को उदार ऋण उपलब्ध कराया जाए।

राज्य में सदी की सबसे प्रलयकारी बाढ़ में 483 लोगों की मौत हो गई है और संपत्ति का अनुमानित नुकसान 37,000 हजार करोड़ रुपये है जो राज्य की वार्षिक व्यय के बराबर है। इस दौरान राज्य के 14.5 लाख लोग 3,000 से ज्यादा राहत शिविरों में थे।

चांडी ने कहा, “आज सबसे जरूरी काम बाढ़ से प्रभावित हुए 10 लाख से ज्यादा लोगों के पुनर्वास को जल्द से जल्द पूरा करना है।”

उन्होंने कहा, “इसके लिए राज्य के हर मंत्री को यह सुनिश्चित करना होगा कि जनता को पेयजल, साफ घर, परिसर और स्वास्थ्य सेवाएं एवं जरूरतें उपलब्ध हो रही हैं कि नहीं और इसलिए धन इकट्ठा करने के लिए मंत्रियों की कथित विदेश यात्रा को टाल दिया जाना चाहिए।”

विजयन ने शुक्रवार को घोषणा करते हुए कहा था कि राज्य के मंत्री आर्थिक सहायता लेने के लिए 14 देशों के दौरों पर जाएंगे, उस धन का उपयोग राज्य की पुनस्र्थापन में किया जाएगा।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “अब, सुनने में आया है कि जिस 10,000 करोड़ रुपये की राशि को प्रत्येक परिवार को देने की घोषणा की गई है, वह उन्हें नहीं दी जा रही है। यह सही नहीं है और जनता की परेशानियों को सिर्फ नुकसान नहीं मानना चाहिए।”

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उन्होंने कहा, “और, कई घरों में घरेलू और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नष्ट हो गए, इनकी आपूर्ति भी होनी चाहिए। पीड़ितों को अभी तक निशुल्क राशन नहीं मिला है और यह सभी लोगों को कम से कम एक महीने के लिए उपलब्ध कराना चाहिए।”

चांडी ने विजयन से खाद्य एवं रसद का भंडारण करने वाले लघु व्यापारियों के एक धड़े के नुकसान की भरपाई करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करे कि जनता को उदार ऋण उपलब्ध कराया जाए।

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