
मणिपुर में अस्थिर हालातों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद शशि ने कहा कि इंटरनेट बंद करना एक ”प्रतिक्रियाशील नौकरशाही कार्रवाई” है जिससे आम नागरिकों को अधिक असुविधा होती है।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आज कहा कि यह अजीब है कि भारत एकमात्र लोकतंत्र है जो नियमित रूप से इंटरनेट शटडाउन का सहारा लेता है। उन्होंने अदालतों से इस भयानक प्रथा को समाप्त करने का आग्रह किया। थरूर का यह बयान मणिपुर इंटरनेट शटडाउन पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से एक दिन पहले आया है। शीर्ष अदालत राज्य में इंटरनेट पर प्रतिबंध में ढील देने के उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ सरकार की अपील पर सोमवार को सुनवाई करेगी। थरूर, जो सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थायी समिति का हिस्सा थे, ने कहा कि पैनल ने पाया था कि सरकार द्वारा कोई औचित्य प्रदान नहीं किया गया था जो किसी भी तरह से दर्शाता हो कि इंटरनेट शटडाउन वास्तव में बाधा डालता है, कहीं भी हिंसा या आतंकवाद को रोकना तो दूर की बात है।
उन्होंने कहा, “यह विचित्र है कि भारत दुनिया का एकमात्र लोकतंत्र है जो नियमित रूप से लंबे समय तक इंटरनेट शटडाउन का सहारा लेता है, जिसका हिंसा पर कोई सराहनीय प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन इससे आम नागरिकों को काफी असुविधा होती है।”