डायबिटीज के दौरान बढ़ते कमर दर्द का रखें ध्यान, जानें कारण और बचाव

वैसे तो कमर दर्द होना एक आम समस्या है लेकिन जब यह दर्द किसी बीमारी के दौरान हो तो जी का जंजार बना जाता है। जो लोग डायबिटीज से ग्रसित है उनको यह दर्द जरूरत से ज्यादा महसूम होता है। कारण जाहें जो भी हो लेकिन यह दर्द बैठे-बैठे नहीं चलते-फिरते होता है जो दर्द को काफी तेजी से उभारता है। आज हम आपको कारण और बचाव के कुछ तरीके बताएंगे।

कमर दर्द

कमर दर्द के कारण

अमूमन कमर दर्द के दो कारण हो सकते हैं एक तो बचपन में कमर में लगी कोई चोट से या तो जो लोग मोटे हो और व्यायाम नहीं करते हो या अक्सर जो लोग बस बैठे रहते हैं उनको कमर दर्द की समस्या से परेशना होना पड़ता है। जब वह व्यायाम या बैठे रहते हैं तो उनकी रीढ़ की हड्डी में कड़ापन आ जाता है जिस वजह से उनको कमर दर्द की शिकायत हो सकती है।

यह भी पढ़ें: बारिश के दिनों में कीड़ों के काटने के बाद वरदान है यह रसोई के नुस्खे

डायबिटीज के मरीज में कमर दर्द का ज्यादातर कारण कमर व जांघ को शु़द्ध रक्त की होने वाली सप्लाई में स्थायी रूप से कमी होना है। अगर डायबिटीज के मरीज को बैठे-बैठे ही कमर दर्द होता है तो इसका सीधा मतलब यह है कि शुद्ध रक्त की सप्लाई में काफी कमी आ गई है। रक्त की उपलब्धता में कमी होने की वजह से होने वाले दर्द को मेडिकल भाषा में ‘एंजाइना’ कहते हैं। जैसे दिल की दीवारों में शुद्ध रक्त की सप्लाई में कमी होने से ‘सीने के एंजाइना’ की शिकायत हो जाती है, ठीक उसी तरह से कमर की मांसपेशियों और अंगों को शुद्ध रक्त की पर्याप्त उपलब्धता के अभाव में कमर का एंजाइना या ‘वेस्ट एंजाइना’ की शिकायत हो जाती है। अगर चेस्ट एंजाइना को लेकर लापरवाही की गई तो ‘हार्ट अटैक’ का खतरा बढ़ जाता है, ठीक उसी तरह कमर के एंजाइना को अगर नकारा गया, तो पैरों में गैंगरीन होने का खतरा बढ़ जाता है।

कमर दर्द

मगर डायबिटीज के मरीजों को कमर दर्द को कारण बड़ा हो सकता है। ऐसे रोगियों को जब कंर और जांघ में शुद्ध रक्त नहीं पहुंच पाता है तो उनको कमर दर्द की शिकायत हो जाती है। शुद्ध रक्त की सप्लाई में जब भी कोई कमी आएगी तो कमर में दर्द की समस्या बढ़ जाएगी। ऐसे में ‘सीने के एंजाइना’ की शिकायत हो जाती है, ठीक उसी तरह से कमर की मांसपेशियों और अंगों को शुद्ध रक्त की पर्याप्त उपलब्धता के अभाव में कमर का एंजाइना या ‘वेस्ट एंजाइना’ की शिकायत हो जाती है। अगर बढ़ते कमर दर्द की तरफ ध्यान ना दिया गया तो पैरों में गैंगरीन होने का खतरा बढ़ जाता है।

यह भी पढ़ें: इस मंदिर के 7वें दरवाजे का गहरा रहस्य, खोलने से डरती है दुनिया

कमर दर्द

बचाव

सबसे पहले तो अपना वजन नियंत्रित रखें।

कमर पर जोर पड़ने वाले कोई काम न करें।

बैठते समय हमेशा अपनी पीठ सीधी रखें।

उठते-बैठते समय ध्यान रखें कि आपकी कमर को झटका न लगें।

प्रेग्नेंसी और डिलिवरी के दौरान उठने-बैठते समय अधिक ध्यान रखें।

 

 

LIVE TV