
उत्तर प्रदेश के बरेली में 26 सितंबर को ‘आई लव मोहम्मद’ मार्च के दौरान भड़की हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद करने का आदेश जारी किया। यह फैसला सांप्रदायिक तनाव को नियंत्रित करने और सोशल मीडिया के जरिए भड़काऊ सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए लिया गया।
बीएसएनएल के प्रिंसिपल जनरल मैनेजर, बरेली, चारण सिंह ने इस आदेश की पुष्टि की और कहा कि इंटरनेट बंद करने के निर्देश 26 सितंबर की शाम 6 बजे से लागू हो गए हैं और 28 सितंबर की शाम 6 बजे तक प्रभावी रहेंगे। इस दौरान बीएसएनएल सहित सभी टेलीकॉम ऑपरेटरों ने मोबाइल और ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं।
हिंसा की पृष्ठभूमि:
बरेली के श्यामगंज और मठ की चौकी इलाकों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद ‘आई लव मोहम्मद’ मार्च के दौरान कुछ उपद्रवियों ने पथराव और आगजनी शुरू कर दी। पुलिस के अनुसार, 90-95% लोग शांतिपूर्वक नमाज अदा कर अपने घर लौट गए थे, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने हिंसा भड़काई। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई पुलिसकर्मी घायल हुए। आईजी अजय साहनी ने बताया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्वक प्रार्थना करने की अपील की थी, लेकिन अचानक हुए हमले के बाद लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है, और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अन्य संदिग्धों की पहचान की जा रही है।
इंटरनेट बंद का कारण:
जिला प्रशासन ने इंटरनेट बंद करने का फैसला इसलिए लिया ताकि व्हाट्सएप, फेसबुक, और X जैसे प्लेटफॉर्मों के जरिए भड़काऊ मैसेज और अफवाहों को रोका जा सके। यह कदम भद्रक (ओडिशा) में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद वहां इंटरनेट बंद करने के पैटर्न के समान है। बरेली में कर्फ्यू लागू है, और धारा 144 के तहत पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध है। पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात किए हैं, और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए फ्लैग मार्च शुरू किया गया है।
स्थानीय प्रभाव और बीएसएनएल की स्थिति:
इंटरनेट बंद होने से बरेली में ऑनलाइन लेनदेन, डिजिटल सेवाएं, और वर्क-फ्रॉम-होम प्रभावित हुए हैं। स्थानीय लोगों ने शिकायत की कि इंटरनेट की कमी ने उनकी दैनिक जरूरतों, जैसे ऑनलाइन भुगतान और संचार, को बाधित किया है।
बीएसएनएल, जो बरेली में प्रमुख टेलीकॉम प्रदाता है, ने प्रशासन के आदेशों का पालन करते हुए सभी ब्रॉडबैंड और मोबाइल डेटा सेवाएं बंद कर दी हैं। चारण सिंह ने कहा कि सेवाएं बहाल करने का फैसला जिला प्रशासन की अनुमति पर निर्भर करेगा।