अगर रावण के इन गुणों को अपने जीवन में उतार लिया तो, आपको सफल होने से कोई रोक नहीं सकता

आपने कई लोगों को देखा होगा कि वह आपसे छोटे होते हुए भी सफलता की सीढ़ियां चढ़ना शुरू करते हैं तो तरक्की पाते ही जाते हैं। फिर उन्हें कोई रोक नहीं सकता है। इसलिए आज इतने पावन दिन पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप भी रावण की ही तरह सफलता हासिल कर सकते हैं। भलें ही रावण मारा गया हों लेकिन उसने अपने जीवन में सफलता भी काफी हासिल की।

रावण

धर्म अस्था

रावण बहुत बड़ा ज्ञानी होने  के साथ भगवान शिव का बहुत बड़ा भक्त था। तीनों लोकों को अपने कब्जे में करने के बावजूद भी रावण की अपने धर्म में बहुत आस्था थी।

दृढ़ संकल्प

रावण का दूसरा सबसे बड़ा गुण यह था कि वो बेहद दृढ़ संकल्प था। वो जिस भी वस्तु को पाने की चाह रखता था उसे हासिल करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करता था। आप रावण के स्वभाव का इसी बात से पता लगा सकते हैं कि उन्होंने धन रत्न कुबेर तक को अपना बंधक बना लिया था। अगर आप भी जीवन के हर मोड़ पर सफल होना चाहते हैं तो रावण की तरह दृढ़ संकल्प बनें।

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पराई स्त्री का सम्मान

रावण की जीवन से हमें यह सीखना चाहिए खासकर के पुरुषों को जैसे रावण अपनी पत्नी से बेहद प्यार करता है लेकिन फिर भी वह माता सीता का हरन कर अपने साथ ले गया था। रावण का ऐसा करना ही उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी भूल भी साबित हुई। इसलिए हमेशा महिलाओं का सम्मान करना चाहिए।

ज्ञान

यह बात भी किसी से छुपी नहीं है कि रावण बहुत बड़ा ज्ञानी था यह उसका ही ज्ञान था जिसके बल पर वह तीनों लोकों पर अपनी विजय पताका फहरा पाया। यहीं वजह है राम जी ने रावण के आखिरी समय में अपने छोटे भाई लक्ष्मण को उससे शिक्षा लेने के लिए भेजा था। रावण के जीवन से हमें यह शिक्षा मिलती है व्यक्ति चाहें कितना भी पापी हो लेकिन अगर उसके पास ज्ञान है तो उसका हर कोई सम्मान करता है।

 

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