बालिका गृह के नाम पर चल रहा था गोरख धंधा, 24 बच्चियों को पुलिस ने कराया मुक्त

देवरिया| आज देवरिया पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली। देवरिया में  बंद चल रहे बाल गृह बालिका से 42 लड़कियों में से 24 लड़कियो को पुलिस ने सकुशल मुक्त कराया, बताया गया है कि बाल गृह बालिका से  एक लड़की आज धीरे से बाहर आ गई और उसे किसी ने महिला थाना पहुँचा दिया, जहां मौजूद थानाध्यक्ष  को उसने अपनी आप बीती सुनाई जिसे सुनकर सभी लोग दंग रह गए।

बालिका गृह

दरअसल यह घटना  उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद के सदर कोतवाली के स्टेशन रोड स्थित माँ विन्ध्वासिनी बालिका बाल गृह की है। जिसमें अनियमितता को लेकर सरकार सीबीआई जांच करा रही थी, जिसको लेकर इसमें सरकार से पैसा भी आना बंद हो गया था, लेकिन संस्था की दबंग संचालिका जबरदस्ती हाई कोर्ट की धौंस दिखाकर इस संस्था को चला रही थी।

संचालिका

उसमें आज एक लड़की  किसी तरह से संचालिका को धोखा देकर वहां से भाग गई।

महिला थाना पहुँच कर वहां उसने अपनी पूरी आप बीती सुनाई जिसे सुनकर महिला थाना के एस ओ ने इसकी सूचना तत्काल एस पी को दी। एस पी रोहन पी कनय ने पुलिस फोर्स भेजकर संस्थान पर छापेमारी करवायी जिसमें 42 लड़कियो में से 24 लड़कियों  को वहां से छुड़ाया और संस्था के संचालक और उनके पति और बेटे को  गिरफ्तार कर लिया।

इस बावत लड़की का कहना था कि एक दीदी हैं जिनको बड़ी मैम रात को कहीं भेजती थीं। कभी लाल गाड़ी तो कभी काली गाड़ी आती थी उनको ले जाने और जब दीदी सुबह आती थीं तो सिर्फ रोती थी कुछ भी पूछने पर बताती नहीं थी। हम लोगो से झाड़ू पोछा करवाया जाता था।

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वहीं इस मामले पर डीपीओ देवरिया का कहना था कि माँ विन्ध्वासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान था। इन लोगो के खिलाफ जो सीबीआई में अनिमियता पाई गई थी उसके आधार पर इनकी मान्यता स्थगित कर दी गयी थी और शासन से एक आदेश हुआ था कि सभी बच्चो को यहाँ से ट्रांसफर किया जाये लेकिन इन लोगों ने इन बच्चों को अवैध तरीके से यहाँ पर रखा गया था।

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वहीं इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एक माँ विंध्यवासिनी संस्था थी जिसे स्थगित किया गया था, उसका चाल चलन ठीक नहीं था। जब इस संस्था को बंद करने का आदेश हुआ था। जब हमारे लोग यहाँ गए तो संस्था की संचालिका ने बदतमीजी की।

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एक बच्ची इस संस्था से आज भाग गई थी जो हमारे महिला थाना पहुंच कर उसने अपनी आप बीती बताई। जिसके बाद हुई जाँच के दौरान कई बड़े खुलासे हुए हैं। 24 बच्चियों को सुरक्षित बचा लिया गया है। अभी संस्था की संचालिका गिरजा त्रिपाठी और उनके पति को गिरफ्तार किया गया है।

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