देवाधिदेव महादेव के भक्तों की लगी लॉटरी, आंखों से होगा स्वर्ग का एहसास

रिपोर्ट- काशीनाथ शुक्ला

वाराणसी। देवाधिदेव महादेव श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में हर साल भक्तों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. भक्तों की बढ़ रही संख्या की वजह से मंदिर प्रशासन भी यहां आने वाले भक्तों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के साथ मंदिर से जुड़ी पौराणिक चीजों को विस्तार देने के प्रयास कर रहा है.

शिवलिंग

जिसके तहत अगले महीने बैकुंठ चतुर्दशी के मौके पर 21 नवंबर को होने वाले श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के स्थापना दिवस के मौके पर पहली बार 21 नहीं 151 ब्राह्मणों से अनुष्ठान पूरा कराने की तैयारी है. इसमें सबसे खास यह होने जा रहा है कि इन 151 ब्राह्मणों को खोजने के लिए विश्वनाथ मंदिर प्रशासन गूगल कि मदद लेगा।

सुनकर आश्चर्य हो रहा होगा लेकिन यह सच है. इसके लिए मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने गूगल के जरिए देश के 151 प्रतिष्ठित विद्वानों को मंदिर में होने वाले अनुष्ठान के लिए तलाशना शुरू कर दिया है.

उनका कहना है कि अब पब्लिक प्लेटफॉर्म है और यहां पर यदि कोई चीज खोजी जाए तो वह बेहतर मिल सकती है।  दरअसल मान्यताओं के अनुसार बैकुंठ चतुर्दशी के दिन देवाधिदेव महादेव श्री काशी विश्वनाथ के मंदिर का स्थापना दिवस होता है और हर साल मंदिर प्रशासन की तरफ से इसे मनाने के लिए 21 ब्राह्मणों से अनुष्ठान करवा कर कुछ रुपए की रसीद कटवाने के बाद भक्तों में पूरा दिन प्रसाद वितरण किया जाता है.

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जिसके लिए मंदिर प्रशासन ने पिछले दिनों इस प्रथा को बदलने की बात करते हुए मुफ्त में प्रसाद वितरण कराने को कहा था. जबकि 21 की जगह 151 पंडितों से अनुष्ठान कराने की तैयारी भी बैकुंठ चतुर्दशी यानी 21 नवंबर को की गई है. इसमें सबसे खास बात यह है कि मंदिर प्रशासन ने इस बाबत तैयारियां शुरू कर दी हैं.

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