पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी हथियारों की फैक्ट्री का खुलासा, लोकसभा चुनाव के लिए आई थी डिमांड

रिपोर्ट- लोकेश टण्डन

मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश हमेशा अवैध हथियारों की तस्करी के लिए मशहूर रहा है। मेरठ पुलिस कई अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का खुलासा भी कर चुकी है। लेकिन आज मेरठ पुलिस को उस वक्त बड़ी कामयाबी हाथ लगी जब पुलिस ने आतंक का जखीरा यानी पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अवैध हथियार बनाने की सबसे बड़ी फैक्ट्री का खुलासा करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है ।

अवैध हथियार

पश्चिम उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी अवैध हथियार बनाने वाले फैक्ट्री मेरठ के सरधना के भामोरी गांव के एक बाग में पकड़ी है। इस गैंग के छह लोगों को भी पकड़ा है। साथ ही लगभग 450 अवैध हथियार और बनाने के उपकरण भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिए हैं।

वहीं पकड़े गए आरोपी एहसान का कहना है कि किसी अफजाल नाम के व्यक्ति के ऑर्डर पर यह तमंचे बनाए जा रहे थे और तमंचा बनाने का गोरख धंधा पिछले डेढ़ 2 महीने से चल रहा है । अगर बात तमंचे की लागत की करें तो 450 सौ से 500 में एक तमंचा बनकर तैयार हो जाता है और 15 सो रुपए से लेकर 5000 तक में इसको बेच देते हैं ।

यह भी पढ़ेंः बर्मिघम टेस्ट में इंग्लैंड की घातक गेंदबाजी, कोहली को मिले 2 जीवनदान

पुलिस का कहना है कि कांवड़ यात्रा चल रही है 15 अगस्त भी नजदीक है और 2019 के चुनाव भी सर पर हैं तो कहीं ना कहीं यह हथियार बड़े आतंक की तैयारी के लिए बनाए जा रहे थे । लेकिन पुलिसिया पूछताछ में पकड़े गए आरोपी ने बताया कि चुनाव के नजदीक आते ही उनके ऑर्डर भी बढ़ने लगे हैं यानी हथियारों की मांग ज्यादा बढ़ गई है । तो कहीं ना कहीं 2019 के चुनाव को लेकर भी हथियारों की डिमांड बढ़ गई थी और कावड़ यात्रा पर भी इसका काफी असर पड़ सकता था ।

पुलिस ने इसकी जांच के लिए एक स्पेशल टीम बना दी है। और ऑर्डर देने वाली के8 तलाश शुरू कर दी है। जिसकी गिरफ्तारी के बाद ही मामला खुलकर सामने आ सकेगा कि आखिर इतना बड़ा मौत के सामान की तैयारी कावड़ यात्रा को प्रभावित करने के लिए थी, 15 अगस्त के लिए थी या फिर 2019 के चुनाव के लिए थी।

 

LIVE TV