
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी दौरे के दौरान विकास कार्यों की प्रगति को लेकर सख्त दिखाई दिए। मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन दीनापुर सीवरेंज ट्रीटमेंट प्लान्ट के निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर भी गहरी नाराजगी जताते हुए गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के परियोजना प्रबन्धक को कड़ी फटकार लगाई है और साथ ही यह कार्य करा रही कम्पनी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है। ऐसे में उनका कड़ा रुख देखकर सभी अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है।
इसके साथ ही उन्होंने शाही नाला के सफाई का काम भी बार-बार समय सीमा बढ़ाये जाने के बावजूद पूरा न होने पर श्रीराम ईपीसी लिमिटेड के विरुद्ध एफआईआर कराये जाने का निर्देश दिया। उन्होंने गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के परियोजना प्रबन्धक को कड़ी चेतावनी देते हुए उन्हें व्यक्तिगत तौर पर काम में रूचि लेने और संबंधित कम्पनियों से युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान रविवार को सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ जिले में संचालित परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने गोइठहा सीवरेंज ट्रीटमेंट प्लान्ट को भी अभियान चलाकर शीघ्र पूरा कराने का निर्देश दिया। साथ ही सारनाथ में निर्माणाधीन वाटर ट्रीटमेंट प्लान्ट को भी शीघ्र पूरा कराये जाने पर जोर दिया।
उन्होने आईपीडीएस के अधिकारियों को सड़कों की बेवजह खुदाई नहीं करने का सख्त निर्देश भी दिया। योगी जी ने ने कहा कि कोई भी काम कराने के लिए सड़कों का छोटा छोटा हिस्सा लिया जाए तथा कार्य पूरा हो जाने के पश्चात् सड़कों को पूरी तरह समतल किया जाए उसके बाद ही दूसरे स्थान पर काम कराने के लिए खुदाई की जाए।