मेडीकल लाइसेंस देने के नाम पर रिश्वत खोर हुआ रंगे हाथ गिरफ्तार

रिपोर्ट- अनुज शर्मा

महोबा। सीएम योगी के लाख कोशिशों के बावजूद भी अधिकारी रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं। सरकारी नुमाइंदें भ्रष्टाचार में इस कदर लिप्त है कि मेडीकल स्टोर के लाइसेंस के एवज में ड्रग इंस्पेक्टर ने रिश्वत के रूप में 60 हजार रुपये की मांग कर दी। पुलिस ने इस रिश्वत खोर को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। लाइसेंस

सरकार के भ्रष्टाचार मिटाओं के नारे को बुलन्द करते हुए आवेदनकर्ता डॉक्टर से एंटीकरप्शन टीम और यूटा की मदद ली । जिस पर कार्रवाई करते हुऐ रिश्वतखोर अधिकारी को एंटीकरप्शन टीम ने रंगे हाथों 45 हजार रुपये लेते हुए एक होटल से गिरफ्तार किया है।

सरकार की सख्ती का असर इन अधिकारियों पर नहीं दिखाई दे रहा है। योजनाओं का लाभ पहुंचाने के नाम पर मजबूर लोगों से मनमाफिक रिश्वत वसूली जा रही है । हालांकि प्रधानमंत्री द्वारा भ्रष्टाचार को रोकने के लिए शुरू की गयी। डिजिटल इंडिया योजना में रिश्वत न मिलने की वजह से भ्रष्ट अधिकारी लाइसेंस बनाए जाने का मामला पेंडिंग में डाले हुए था।  मेडिकल लाइसेंस के लिए महोबा के डॉक्टर ऋषि चौरसिया ने अप्रैल महीने में आनलाइन आवेदन किया था।

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उन्होंने बताया कि मेडिकल लाइसेंस के लिए कई बार ड्रग इंस्पेक्टर से मिले लेकिन वह लाइसेंस के एवज में  60 हजार रुपये की मोटी रकम मांग रहा था। डॉ ऋषि ने बताया कि इतनी बड़ी रकम न होने पर उन्हें कई बार निवेदन किया जिस पर ड्रग इंस्पेक्टर 45 हजार रुपये में मेडीकल स्टोर का लाइसेंस बनाने को तैयार हो गया। लेकिन डॉ ऋषि ने रिश्वत न देने का निर्णय लेते हुए भ्रष्ट अधिकारी को सबक सिखाने का निश्चय किया और उन्होंने जिले में कई भृष्ट अधिकारियों को पकड़वाने वाली संस्था यूटा की मदद ली।

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पीड़ित की शिकायत पर यूटा संगठन ने मदद का भरोसा देते हुए उनका सम्पर्क एंटीकरप्शन टीम से कराया । डॉ ऋषि की बात सुनकर एंटीकरप्शन टीम झांसी ने उन्हें मदद का भरोसा दिया था और आज एक योजना के तहत 45 हजार रुपयों पर कैमिकल लगा दिया गया ताकि रिश्वत मांग रहे अधिकारी को सबूत के साथ गिरफ्तार किया जा सके। योजना के तहत ड्रग इंस्पेक्टर राधे लाल गुप्ता द्वारा बुलाए गये प्रशांत होटल पर डॉ ऋषि पहुंचे जहां पर एन्टीकरप्शन टीम इस मामले पर अपनी नज़र बनाए हुये थी। जैसे ही ड्रग इंस्पेक्टर राधेलाल गुप्ता ने पैतालीस हजार रुपये रिश्वत ली मामले को देख रही एंटीकरप्शन टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया है।केमिकल युक्त नोट लेते ही टीम ने जब उनके हांथ धुले तो वे लाल हो गए।

 

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