बिजली दरों में वृद्धि से सामने आया भाजपा का असली चेहरा : राष्ट्रीय लोकदल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग द्वारा गुरुवार को बिजली दरों में की गई वृद्धि की घोषणा पर राष्ट्रीय लोकदल ने योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार बढ़ी बिजली दर पर यदि सही निर्णय नहीं लेती तो पार्टी प्रदेशभर में धरना प्रदर्शन करेगी। पार्टी ने कहा है कि प्रदेश में नगर निकाय चुनाव संपन्न होते ही बिजली की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि से भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है।
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पार्टी के उत्तर प्रदेश इकाई अध्यक्ष मसूद अहमद ने गुरुवार को कहा, “कल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री और सहयोगी गरीबों, मजदूरों और किसानों की बदहाली पर घड़ियाली आंसू बहाते हुए नहीं थक रहे थे, लेकिन अब उनकी सही तस्वीर जनता के सामने आने आ रही है, जिसमें शहरी उपभोक्ताओं से लेकर ग्रामीण उपभोक्ताओं के साथ-साथ गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले लोग भी भाजपा की क्रूरता के शिकार होने जा रहे हैं।”
अहमद ने कहा कि एक तरफ प्रदेश का ऊर्जा मंत्री यह घोषणा कर रहा है कि यदि किसी के यहां बिजली नहीं है तो कनेक्शन उसके दरवाजे पर आएगा और दूसरी ओर उसी मंत्री का बिजली विभाग संपूर्ण प्रदेश के नागरिकों की जेब पर डाका डालने का काम करने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने देश को सोने की चिड़िया समझ लूटा था और अब भाजपा की योगी सरकार भी अंग्रेजों की तरह उप्र को सोने की चिड़िया समझकर हर घर में जबरदस्ती डकैती डालने की योजना बना रही है।
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अहमद ने कहा कि उप्र में किसानों के बिजली कनेक्शन का चार्ज भी 50 रुपया प्रति हॉर्स पॉवर बढ़ाकर डेढ़ गुना किया जा रहा है और गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वालों को रियायती दर पर मिलने वाली डेढ सौ यूनिट प्रतिमाह को घटाकर सौ यूनिट प्रतिमाह किया जा रहा है, जो सरासर अन्याय है।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, “बिजली की दरें वाणिज्यिक गतिविधियों पर बढ़ाया जाना तर्कसंगत हो सकता है, लेकिन आम जनता के ऊपर एकदम इतना बड़ा बोझ डालना न्यायसंगत प्रतीत नहीं होता है। यदि प्रदेश सरकार इस संदर्भ में उचित निर्णय नहीं लेती है तो रालोद प्रदेश के गरीबों, मजदूरों और किसानों के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगी।”
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