सरकार नहीं अपने दम पर ये गांव हुआ ‘सुपर हाईटेक’, परिंदा भी नहीं मार सकता पर

सहरसा। सड़कों की निगरानी और आपराधिक घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से अब तक शहरों में ही सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे थे, लेकिन अब एक गांव में चोरी की घटनाओं और संदिग्ध लोगों पर नजर रखने के लिए आधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है।

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सड़कों की निगरानी

बिहार का यह गांव है सहरसा जिले का बनगांव, जो जनसहयोग से पूरी तरह सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में है।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में चोरी की घटनाएं अचानक बढ़ गई थीं और कई संदिग्ध लोगों का आना-जाना शुरू हो गया था, ऐसे में ग्रामीणों ने जनसहययोग से इस तकनीक को गांव की निगरानी के लिए अपनाया।

ग्रामीण ब्रह्मानंद झा ने बताया कि कहरा प्रखंड स्थित बनगांव के लोग अपराधियों से परेशान हो चुके थे। सुनसान घर में चोरी, सड़क पर शराब पीने वालों का हंगामा व चोरी किए गए सामान को गांव से बाहर ले जाना अपराधियों के लिए आम बात हो गई थी।

उनका कहना है कि शिकायत करने पर पुलिस गांव में तो आ जाती थी, लेकिन खौफ का आलम यह था कि कोई गवाही नहीं देना चाहता था, ऐसे में ग्रामीणों ने चंदा कर के पूरे गांव में सीसीटीवी कैमरे लगावा दिए हैं।

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एक अन्य ग्रामीण भगवान झा ने कहा, “पहले चरण में बनगांव थाना क्षेत्र के बनगांव दक्षिणी पंचायत अब पूरी तरह सीसीटीवी कैमरों से लैस है। गांव के चौक-चौराहे से लेकर घर का लगभग हर दरवाजा सीसीटीवी कैमरे की जद में है। गांव के लगभग हर दरवाजे और दीवारों पर लिखा है- ‘सावधान! अहां सीसीटीवी केर निगरानी में छी’। ऐसे में आने वाले लोग भी सतर्क हो जाते हैं।”

गांव के मुखिया विनोद झा बताते हैं कि गांव में आए दिन चोरी की घटना हो रही थी, इससे परेशान होकर ग्रामीणों ने जनसहयोग से चंदा कर गांव में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगवाया। इतना ही नहीं, सीसीटीवी कैमरे को इंटरनेट के माध्यम से मोबाइल से भी जोड़ा गया है, जिससे दिल्ली, मुंबई में रहते हुए भी लोग अपने घरों की निगरानी कर पाते हैं।

वे कहते हैं, “पहले चरण में गांव में फिलहाल दो दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिसका एक कंट्रोल रूम भी गांव में ही बनाया गया है। कंट्रोल रूम में शिफ्ट के अनुसार लोग मॉनिटरिंग करते रहते हैं। इस दौरान अगर किसी भी तरह का संदेह होता है तो ग्रामीण एक-दूसरे को सूचना देकर सतर्क कर देते हैं और वैसे लोगों पर खास निगाह रखना शुरू कर देते हैं।”

उन्होंने बताया कि उनकी योजना पंचायत में कम से कम 50 सीसीटीवी कैमरा लगाने की है।

बनगांव थाना पुलिस भी इस काम को सकारात्मक बताते हुए ग्रामीणों को सीसीटीवी लगाने के लिए प्रेरित कर रही है। बनगांव के थाना प्रभारी मोहम्मद सरवर आलम ने कहा, “सीसीटीवी की मदद से किसी घटना की जांच-पड़ताल करने में पुलिस को भी मदद मिल सकेगी। यह ग्रामीणों की सकरात्मक पहल है, जिसकी प्रशंसा की जानी चाहिए।”

थाना प्रभारी मानते हैं कि पुलिस गांव के सभी चौक-चौराहों पर 24 घंटे तैनात नहीं रह सकती, ऐसे में यह ग्रामीणों की एक सकरात्मक पहल है। उन्होंने कहा कि अन्य गांवों को भी इस गांव से सीख लेनी चाहिए। किसी भी कार्य के लिए जनसहयोग जरूरी है। अगर करने की ठान लें तो कोई काम असंभव नहीं है, यह बनगांव के लोगों ने दिखा दिया।

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