दीवाली से पहले 20 हजार सैनिक खेलेंगे खून की होली, मिटेगा आतंक का नामोनिशान
एक अरसे से चले आ रहे ISIS के आतंक को मिटाने के लिए इराक के प्रधानमंत्री ने 20,000 सैनिकों को खुली छूट दे दी है कि वे उनका खात्मा किसी भी कीमत पर करके ही लौटें। आतंक के खात्मे की यह लड़ाई होना तय था बस इंतजार था तो एक आदेश का। अब इराक के प्रधानमंत्री हैदर-अल-आबदी ने ऐलान कर दिया है मोसुल से ISIS के खात्मे की जंग शुरू कर दी जाए।
ऐसा इसलिए किया जा रहे क्योंकि ISIS ने इस शहर पर अपना कब्जा जमा रखा था। माना जा रहा है कि बगदाद के बाद यह लड़ाई अब तक की सबसे बड़ी जंग होगी। सूत्रों के मुताबिक अगर ऐसा हुआ तो इस युद्ध में हर तरफ खून ही खून होगा, क्योंकि शहर की दीवारों के पीछे तकरीबन 4000 जिहादी आतंकवादी, ईराकी सैनिकों का इंतजार कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में लड़ाई होने पर दोनों ही तरफ से खून बहाया जाएगा।
इन हजारों सैनिकों में ब्रिटिश, यूएस, फ्रेंच, जर्मन और आस्ट्रेलिया के जवान शामिल हैं। ये सभी स्पेशल टास्क फोर्स के ग्रुप हैं। अब यह सभी पूरी तरह से ‘मार्टल काम्बैट’ यानी मौत की लड़ाई के लिए तैयार हैं।
इन सारी बातों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर ISIS के सभी चार हजार सैनिक मारे गए तो वहां की स्थ्िाति क्या होगी। मोसुल को ISIS के लीडर अबू-बकर-अल-बगदादी ने 2014 में इस शहर को अपने कब्जे में ले लिया था, तब से यहां पर ISIS का ही राज है।
यहां पर कई सालों से इनकी लड़ाई चल रही है लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकल सका। लेकिन अब सैनिकों ने पूरे शहर को चारों तरफ से घेर लिया है, लेकिन अंदाजा लगाया गया है कि ISIS के लोगों ने भी अपने बचाव के लिए शहर के चारों तरफ आग का गोला तैयार किया है। इसके लिए उन्होंने माइन्स और तेल के टैंक लगा रखे हैं।
एक टीवी पर बोलते हुए आबदी ने कहा कि मोसुल को जितने की कवायद शुरू हो गयी है। जल्द ही मोसुल से आंतकियों का नामोंनिशां मिट जाएगा। उन्होंने कहा कि आज मैं इस ऑपरेशन को शुरू करने का ऐलान करता हूं ताकि जल्द ही आप ISIS के चंगुल से आजाद हो जाएं। उन्होंने कहा कि मुझे, होने जा रहे इस ऐतिहासिक ऑपरेशन पर गर्व है।
यूएस भी कह रहा है कि उसे भी गर्व महसूस हो रहा है कि ISIS आतंकी उनके सैनिकों के बंदूक की गोली का शिकार बनेंगे। मिस्टर मैक गुर्क ने ट्वीट करते हुए यह बात कही है।
Tonight, PM Abadi issued orders to initiate major operations to liberate #Mosul after two years of darkness under #ISIL terrorists. #الموصل
— Brett McGurk (@brett_mcgurk) October 16, 2016