एजेन्सी/असम में इन दिनों चुनावी प्रचार किया जा रहा है। इस बीच कांग्रेस, भाजपा, असमगण परिषद और अन्य दलों द्वारा अपना – अपना चुनाव प्रचार किया जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस ने अपनी ओर से जोर शोर से प्रयास कर लिया है। ऐसे में कांग्रेस को करारा झटका लगा है। असम प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रमोद स्वामी ने पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने की बात कही है। इसे कांग्रेस हेतु एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
स्वामी द्वारा कहा गया है कि जो कांग्रेस के लिए दिनभर कार्य करता है उसके लिए 50 हजार रूपए फीस रखना ठीक नहीं है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मामले में स्पष्ट और दो टूक उत्तर दिया है। गोगोई की सरकार ने इस मामले में बड़ा अच्छा कार्य किया है। इसके लिए 15 वर्षों से सरकार संचालित हो रही है।
दरअसल असम में चुनावी प्रचार जोरों पर है। 5 अप्रैल से राज्य में मतदान का दौर प्रारंभ हो गया है। भारतीय जनता पार्टी ने सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताया है। 15 वर्ष से मुख्यमंत्री सत्ता में बने हैं मगर इस बार उनकी टक्कर पीएम मोदी की लहर से है। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य में कुछ विकासीय योजनाओं की बात कर मतदाताओं को रिझा सकते हैं।